नई दिल्ली। रेल विभाग ने 15 दिन से भी कम समय में श्रमिक विशेष रेलगाडियो के जरिए 10 लाख से भी ज्यादा यात्रियों को उनके घरों तक पहुंचाकर एक बडी उपलब्धि हासिल की है। विभिन्न भागों में फंसे प्रवासी मजदूरों, तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य लोगों को इनके घरों तक पहुंचाने के लिए कुल 800 श्रमिक विशेष रेलगाडि़यां चलाई गई हैं। राज्यों के बीच यात्रियों को लेकर सहमति के बाद ही यह व्यवस्था की गई है।
बिहार में देश के विभिन्न राज्यों से दो लाख 47 हजार प्रवासी मजदूर राज्य में वापस आ गए हैं। गुरूवार को 50 हजार से अधिक मजदूर राज्य में पहुंचे हैं।
दो लाख 25 हजार से अधिक प्रवासी कामगारों को 4671 क्वारेंटिन सेंटर में रखा गया है। राज्य सरकार कामगारों का कौशल सर्वेक्षण करवा रही है। ताकि उनकी योग्यता के अनुसार उन्हें रोजगार मुहैया करवाया जा सके। मनरेगा के अंतर्गत अब तक लगभग दो करोड़ मानव दिवस का सृजन किया जा चुका है। क्वारेंटिन सेंटर में रहने वाले सभी मजदूरों का जॉब कार्ड बनाया जा रहा है। इस बीच राज्य में पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 970 हो गई है, 411 रोगियों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। जबकि 552 का इलाज चल रहा है।
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