
18 वर्षीय रोहन का जटिल हार्ट ऑपरेशन लखनऊ में सफल, उत्तर प्रदेश में अपनी तरह का पहला मामला
लखनऊ: गोरखपुर निवासी 18 वर्षीय रोहन, जो कंप्यूटर विज्ञान का छात्र है, को हाल ही में जीवन के लिए घातक माने जाने वाले महाधमनी विच्छेदन और आरोही महाधमनी धमनी विस्तार की दुर्लभ स्थिति का सामना करना पड़ा। खांसी के बाद शुरू हुई यह समस्या महाधमनी चाप तक फैल गई, जिससे तत्काल सर्जरी की आवश्यकता पड़ी। यह स्थिति बेहद गंभीर थी, जिसमें किसी भी समय अचानक मृत्यु, आंत्र या अंगों की इस्केमिया, स्ट्रोक और गुर्दे की विफलता जैसी जटिलताएं उत्पन्न हो सकती थीं।रोग का पता चलने के बाद रोहन ने आर्थिक सीमाओं के बावजूद गुड़गांव, दिल्ली, बैंगलोर और उत्तर प्रदेश के कई अस्पतालों में इलाज के लिए प्रयास किए। अंततः टेण्डर पाम हॉस्पिटल, शहीद पथ, लखनऊ में उसे नया जीवन मिला, जहां 22 अप्रैल 2025 को मॉडिफाइड बेंटाल + टोटल आर्क रिप्लेसमेंट जैसी जटिल और जोखिमपूर्ण सर्जरी सफलतापूर्वक की गई।इस 11 घंटे चले ऑपरेशन में रोहन के रोगग्रस्त हृदय वाल्व, आरोही महाधमनी और आर्च को सफलतापूर्वक बदला गया। इस अभूतपूर्व सर्जरी का नेतृत्व मुख्य हृदय शल्य चिकित्सक डॉ. विजय अग्रवाल ने किया, जिसमें वरिष्ठ कार्डियक एनेस्थेटिस्ट डॉ. बृजेश कौशल, और हृदय शल्य चिकित्सक डॉ. खालिद इकबाल, डॉ. सुनील गुंडुमाला व डॉ. अंशुमान वाजपेयी शामिल रहे।यह उत्तर प्रदेश में अपनी तरह की पहली सर्जरी मानी जा रही है। टीम ने पिछले एक वर्ष में ऐसे आठ से अधिक उच्च जोखिम वाले ऑपरेशन कर इस चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया को सुलभ और कम लागत में संभव बनाया है।ऑपरेशन के दौरान मीडियास्टिनल ब्लीड, स्ट्रोक, अंगों की इस्केमिया और गुर्दे की विफलता जैसी संभावित जटिलताओं से बचने के लिए विशेष सावधानियाँ बरती गईं। सर्जरी के दौरान 8 यूनिट रक्त की आवश्यकता पड़ी, और समर्पित टीम के प्रयासों के कारण अगले ही दिन रोहन को वेंटिलेटर से हटाकर सामान्य रिकवरी की ओर बढ़ाया गया।वर्तमान में रोहन अस्पताल में वरिष्ठ चिकित्सकों की निगरानी में स्वास्थ्य लाभ कर रहा है और यदि सब कुछ ठीक रहा तो उसे 30 अप्रैल तक अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।यह उपलब्धि न केवल चिकित्सा क्षेत्र की तकनीकी प्रगति को दर्शाती है, बल्कि उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए भरोसे और आशा का नया संचार भी करती है।