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कोरोना के खौफ के कारण 52.71 फीसदी परीक्षार्थियों ने छोड़ी बीईओ की प्रारंभिक परीक्षा

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लखनऊ : कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना महामारी का असर अभी नहीं कम हो रहा है। इसका खौफ रविवार को आयोजित खंड शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा केन्द्र पर भी साफ देखने को मिला। झांसी जनपद में रविवार को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रयागराज द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा में 44 हज़ार से ज़्यादा परिक्षार्थियों ने BEO की परीक्षा में शामिल नहीं हुए। दोपहर 12:00 से 2:00 के बीच संपन्न इस परीक्षा में 51.59 फीसदी छात्र अनुपस्थित रहे।
बीईओ के 309 पदों के लिए पांच लाख 28 हजार 314 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे और इनमें से दो लाख 33 हजार 393 यानी 44.18 फीसदी अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। परीक्षा के लिए प्रदेश के 18 जनपदों में 1127 केंद्र बनाए गए थे। प्रयागराज में सर्वाधिक 106 केंद्रों बनाए गए थे जिनमें 48900 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इनमें से 25773 (52.7 प्रतिशत) उपस्थित हुए। सबसे अच्छी उपस्थिति आजमगढ़ में दर्ज की गई जहां 57 फीसदी अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचे। पहले यह परीक्षा 22  मार्च को प्रस्तावित थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण स्थगित कर दी गई थी।
प्रभारी अधिकारी (परीक्षा) नगर मजिस्ट्रेट सलिल पटेल ने बताया कि उक्त परीक्षा जनपद के 34 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी। परीक्षा की शुचिता व पारदर्शिता बनाए रखने के साथ ही नकल विहीन कराए जाने के लिए समस्त परीक्षा केंद्रों पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे। इसके अतिरिक्त 11 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे। परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त पुलिस बल भी उपस्थित रहा।
खंड शिक्षा अधिकारी की परीक्षा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए थे। कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का पूरी तरह से पालन कराए जाने का प्रयास किया गया। खंड शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने पूरे जनपद को 7 जोन और 15 सेक्टर में बांटकर जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की थी। जिले के 34 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित इस परीक्षा के लिए कुल 19363 अभ्यर्थियों को बुलावा पत्र भेजा गया था।
इस परीक्षा के कारण रविवार को लॉकडाउन में तमाम तरह की छूट दी गई थी। ताकि परीक्षार्थियों को दिक्कत न हो। परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों के लिए मास्क पहनकर आना अनिवार्य था। उन्हें अपने साथ हैंड सैनिटाइजर और पीने के पानी की बोतल भी रखने को कहा गया था। परीक्षा केंद्रों में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा गया। परीक्षा नकल न हो, इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए थे।
प्रदेश के 18 जिलों में आयोजित बीईओ की प्रारंभिक परीक्षा में कुल उपस्थिति भले ही संतोजषनक न रही हो, लेकिन आजमगढ़ में आधे से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। वहां 57 फीसदी उपस्थित रही। वहीं, उपस्थिति के मामले में प्रयागराज दूसरे नंबर पर रहा। प्रयागराज में 106 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे और परीक्षा के लिए 48900 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इनमें से 25773 यानी 52.71 फीसदी परीक्षार्थी उपस्थित रहे।
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