इंटरनेट संसाधनों के बावजूद डाक विभाग की महत्ता है बरकरार: मुख्य अतिथि वीबी सिंह
रायबरेली : डाक विभाग ने वर्तमान कोविड-19 महामारी के दौरान दिनांक 24 मार्च से 15 जून की अवधि में डाक विभाग के 362 कर्म वीरों के माध्यम 2 (दो) लाख से अधिक ग्राहकों को उनके दरवाजे पर 30 करोड़ की अधिक धनराशि जो कि विभिन्न योजनाओ के अंतर्गत सरकार द्वारा उनके खातो में प्रेषित की गयी थी का भुगतान, डाक विभाग की नई सेवा एईपीएस के माध्यम से करते हुए एक कीर्तिमान स्थापित किया। जिसमे रायबरेली मण्डल उत्तर प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहा
आज अधीक्षक डाक रायबरेली के कार्यालय प्रांगण में डाक सप्ताह के अंतर्गत अंतिम दिवस (मेल दिवस) के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में वी. बी. सिंह , जनरल मैनेजर इंडियन टेलीफ़ोन इंडस्ट्रीज लिमिटेड रायबरेली, तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में ए. बी. पाण्डेय (आई.पी.एस.) कमान्डेंट 25 बटालियन पी. ए. सी. रायबरेली; आर. पी. शर्मा, डायरेक्टर एफ.जी.इ.आई.टी. रायबरेली; डा. मल्लिका त्रिपाठी , प्रोफ़ेसर एफ.जी.इ.आई.टी. रायबरेली; कमला कान्त , सहायक निदेशक बचत रायबरेली; सुमित भटनागर, सीनियर मैनेजर, आई.पी.पी.बी. रायबरेली की उपस्थिति में डाक वीरों को सम्मानित किया गया, जिसमे GDS संवर्ग से शिव कुमार शुक्ला, सुशील कुमार इंद्र प्रकाश पाण्डेय, सुभम यादव, रेखा रानी, कृष्णा नंदन, अमरेन्द्र, चकबेन प्रताप, जाहिर अहमद खान, सविता श्रीवास्तव, मिथलेश कुमारी को स्मृति चिन्ह, उपहार व प्रसस्ति पत्र प्रदान किया गया
रायबरेली डाक मण्डल ने “बेटी बचाओ, बेटी पढाओ” अभियान को दी एक नई उचाई
वित्तीय वर्ष 2019-2020 के दौरान 10 वर्ष से कम उम्र की कन्याओ के सुकन्या खाते खुलवाने के अभियान में रायबरेली जिले के 105 ग्रामो को सुकन्या ग्राम घोषित किया गया। चालू वित्त वर्ष में भी कोविड-19 के प्रभाव के तहत लॉकडाउन अवधि में भी निरंतर इस कार्य में गति प्रदान की गयी और परिणामत 5 हजार रुपये से अधिक सुकन्या खाते खोलकर, माननीय प्रधानमंत्री के प्रिय अभियान “बेटी बचाओं, बेटी पढाओ” को एक ऊंचाई प्रदान की गयी।