New Ad

कोरोनावायरस से मुक्ति के लिए अलविदा-जुमा और ईद की नमाज़ पढ़ने की परमीशन दी जाए : शहर काज़ी

0 334

वाराणसी। कोविड-19 देशव्यापी लाॅकडाउन के चलते सामाजिक दूरी रखने के लिए रमज़ान पाक का महीना चल रहा है। इसके के बावजूद शासन प्रशासन और ओलमाओं के अपील पर फॉलो करते हुए मस्जिद मे इकट्ठा होकर मुस्लिमो ने नमाज़ नही पड़ी। आगामी 22 मई को अलविदा का जुमा और ईद की नमाज़ पढ़ने के बाद हर साल की तरह इस साल भी मुल्क के तरक्की गंगा जमुनी तहज़ीब और मुल्क मे फैली महामारी से बचाने के लिए दुआ मांगने के लिए शहर काज़ी मौलाना गुलाम यासीन साहब द्वारा माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम माननीय योगी आदित्यनाथ के नाम एक पत्र लिखकर वाराणसी जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा को सौंप कर।अलविदा का जुमा और ईद की नमाज़ पढ़ने की मांगी इजाज़त। इस सम्बन्ध मे शहर काज़ी साहब ने कहा कि रमज़ान पाक के मुबारक महीने का आखिरी जुमा-अलविदा व ईद की नमाज़ बहुत ही महत्वपूर्ण है। जिस मे खास तौर पर सामूहिक रूप से दुआ मुल्क के भलाई और कामयाबी के लिए मांगी जाती है। इस समय देश मे कोरोना से लड़ने के लिए बेहद जरूरी है कि इस वर्ष भी दुआ मांगी जाए। ऐसे समय मे तमाम अहले सुन्नत की मृत्तफिका एक राय के साथ हम ने पीएम साहब और सीएम साहब के समकक्ष एक पत्र के माध्यम से आग्रह किया है कि आप इस माहे रमज़ान के महीने का आखिरी जुमा और ईद की नमाज़ मस्जिदों व ईदगाह मे पढ़ने व उक्त अवसर पर मुल्क से कोरोना नामक जैसे संकट से उभरने के लिए विशेष तौर पर दुआख्वानी करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर गाइडलाइन जारी कर जिला प्रशासन के द्वारा अनुमति प्रदान करवाने की कृपा करे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.