New Ad

गिफ्ट पाकर किशोरों के खिल उठे चेहरे 

0 154
स्वास्थ्य महकमे ने 1320 पियर एजुकेटरों को वितरित किया छाता, घड़ी व बैग
बहराइच : किशोरावस्था में  होने वाले शारीरिक, मानसिक, सामाजिक व भावनात्मक बदलाव के प्रति किशोरों को जागरूक करने में पियर एजुकेटर ( साथिया ) की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ऐसे में स्वास्थ्य महकमे ने  राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरकेएसके) के तहत जनपद के 1320 पियर एजुकेटरों को छाता, घड़ी व बैग देकर उन्हे सम्मानित किया ।
गौरतलब है किशोरावस्था 10 से 19 आयु वर्ग की ऐसी उम्र होती है जहां भविष्य की नींव पड़ती है और बच्चों का समुचित विकास होता है । ऐसे में उन्हे सही शिक्षा, बेहतर पोषण व उचित सलाह मिले तो वह अधिक तेजी से विकास कर अपने लक्ष्यों  को हासिल कर सकते हैं। इन्ही उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए जनपद में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाया जा रहा है ।  इसके तहत पियर एजुकेटर के माध्यम से किशोरावस्था में होने वाले बदलाव के प्रति किशोरों को जागरूक किया जाता है।
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ योगिता जैन ने बताया कि जनपद में 1320 पियर एजुकेटरों का गठन कर प्रशिक्षित किया जा चुका है । प्रशिक्षित पियर एजुकेटर अपने हम उम्र किशोर- किशोरी साथियों को उनके स्वास्थ्य व विकास के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों को समझाने में मदद करते हैं। उन्होने बताया राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी सभी पियर एजुकेटर को उपहार स्वरूप छाता, घड़ी व बैग भेंट किया गया है।
क्या होते हैं पियर एजुकेटर –
कार्यक्रम के जिला समन्वयक राकेश कुमार गुप्ता ने बताया “राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम” के अंतर्गत ग्राम पंचायत स्तर पर पीयर एजुकेटर के लिए 15 से 19 आयु वर्ग के दो किशोर व दो किशोरी का चयन किया गया है। इसमें एक स्कूल जाने वाले और एक स्कूल न जाने वाले किशोर-किशोरी का पीयर बनाया गया है ।  यह  हमउम्र के साथियों  को यौन व प्रजनन स्वास्थ्य के साथ-साथ स्वस्थ जीवन शैली, हिंसा मुक्त जीवन , बेहतर पोषण स्तर व नशावृत्ति  की रोकथाम व उनके मन की उलझन को सुलझाने में किशोरों की मदद करते हैं । इस काम में उनकी मदद गाँव की आशा बहन भी करती हैं ।
Leave A Reply

Your email address will not be published.