लखनऊ: पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर लगातार मिशन शक्ति के तहत शोहदों पर लगाम लगाने के लिए निर्देश दे रहे हैं लेकिन पुलिस कर्मी कमिश्नर के निर्देश को हल्के में ले रहे हैं इसके चलते बेटियों की सुरक्षा राम भरोसे चल रही है। कमिश्नरेट लखनऊ में पिंक मोबाईल और एंटी रोमियो स्कॉड सड़कों पर नजर नहीं आता है इसके चलते शोहदों के हौसले बुलंद हैं। उन्नाव की घटना को लेकर शाशन तक तक गंभीर है, डीजीपी से लेकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मामले पर नजर बनाये हुए और मुख्यमंत्री को पल पल की अपडेट दे रहे हैं। ऐसे में राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वॉयरल हो गया।
वॉयरल वीडियो में एक शोहदा एक छात्रा को पीटते दिखाई दे रहा है। वायरल वीडियो के सम्बन्ध में जब प्रभारी निरीक्षक पीजीआई आशीष कुमार द्विवेदी से बात की गई तो उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते हुए वीडियो को एक साल पुराना बता डाला। जबकि वीडियो करीब एक सप्ताह पहले का ही था। मामला कमिश्नर के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने मामले की जानकारी की और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। एसीपी कैंट बीनू सिंह ने बताया कि ट्विटर पर मिली शिकायत के आधार पर अभियुक्त विकास रावत को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया गया है। अभियुक्त इससे पहले भी दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के आरोप में पिछले साल जेल जा चुका है।