कानपुर : न्यायिक अधिकारी प्रतिभा गौतम हत्याकांड मामले की सुनवाई को दहेज हत्या में तरमीम करने की गुजारिश न्यायालय से की गई है। अभी यह मामला हत्या की धाराओं में सुना जा रहा है। दहेज हत्या में मामले की सुनवाई शुरू होने के बाद आरोपित को सजा मिलती है तो इसमें भारी भरकम जुर्माना भी पीड़ित स्वजनों को मिल सकता है।
सर्किट हाउस के न्यायिक अधिकारी कालोनी में जज प्रतिभा गौतम की 9 अक्टूबर 2016 को बेहरमी से हत्या कर दी गई थी। उनके शरीर पर मृत्यू से पूर्व कई गंभीर चोटें आयीं थीं। इस घटना की सूचना उनके पति मनु उर्फ अभिषेक राजन ने छावनी पुलिस को दी थी। मनु के मुताबिक वह उस वक्त दिल्ली से आए थे। सुबह सर्किट हाउस पहुंचे तो पत्नी का शव देखा,हालांकि प्रतिभा के पिता राजाराम दोहरे की तहरीर पर छावनी पुलिस ने मनु को गिरफ्तार कर लिया था। हत्या के इस मामले में तब से मनु जेल में है,अभी तक उसे जमानत नहीं मिली है।
अधिवक्ता कमलेश पाठक ने बताया कि हत्या के इस मुकदमे को दहेज हत्या में बदलने के लिए राजाराम दोहरे की ओर से प्रार्थना पत्र कोर्ट में दिया गया है। इस पर जल्द निर्णय आ सकता है। विधि विशेषज्ञों की माने तो इस मामले में मनु हत्या में दोषी ठहराया गया तो उसे मृत्युदंड तक की सजा हो सकती है। दहेज हत्या में मामला तरमीम हुआ तो उम्रकैद तक की सजा के साथ साथ भारी भरकम जुर्माना भी लगाया जा सकता है।