नई दिल्ली। कोविड -19 महामारी भारत भर में लाखों लोगों के जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित कर रही है और इसे देखते हुए मध्यम आकार के मोटरसाइकिल खंड में वैश्विक ब्रांड, रॉयल एनफील्ड ने महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई में सहायता करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत किया है। रॉयल एनफील्ड की पहल दीर्घकालिक चिकित्सा बुनियादी ढांचे के निर्माण, दूरस्थ और ग्रामीण समुदायों की सहायता करने और स्थानीय प्रशासन को तत्काल प्रतिक्रिया उपायों के साथ सक्षम करने पर केंद्रित है। दूसरी लहर के परिमाण और उसके बाद के प्रभाव को देखते हुए, रॉयल एनफील्ड ने ऐसे रणनीतिक तरीके और दीर्घकालिक कार्यक्रमों की पहचान की है जो संयुक्त राष्ट्र के कोविड-19 रिस्पांस फ्रेमवर्क- बिल्ड बैक बैटर से प्रेरित हैं।राहत और पुनर्वास प्रयासों में सहयोग के लिए रॉयल एनफील्ड ने आयशर ग्रुप द्वारा पिछले साल 50 करोड़ रुपये दिए जाने के अलावा 20 करोड रुपये़ देने का वादा किया है।
दिल्ली एनसीआर और तमिलनाडु में राज्य सरकारों और गैर सरकारी संगठनों के साथ काम करने के अलावा, निर्धारित राशि को निम्नलिखित प्रमुख क्षेत्रों और पहलों के तहत डिस्ट्रीब्यूट किया जा रहा हैै।
टिकाऊ चिकित्सा सहायता का निर्माणः दीर्घकालिक और टिकाऊ समाधान बनाने के अपने दृष्टिकोण के अनुरूप रॉयल एनफील्ड ने एकम फाउंडेशन के सहयोग से जय प्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर (जे.पी.एन.ए.टी.सी), अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (ऐ.आई.आई.एम.ऐस), नई दिल्ली में एक ऑक्सीजन मैनिफोल्ड प्लांट चालू किया है। रॉयल एनफील्ड तमिलनाडु के 6 सरकारी अस्पतालों के लिए ऑक्सीजन जनरेटर तक पहुंच को भी सक्षम कर रहा है। यह तमिलनाडु में 6 सरकारी और 2 चेरीटेबल अस्पतालों और 30 सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए महत्वपूर्ण देखभाल उपकरणों की खरीद और सप्लाई भी कर रहा है।
दूरदराज के क्षेत्रों के लिए आजीविका और सहायता का समर्थनः रॉयल एनफील्ड ग्रामीण और दूरदराज के ऐसे क्षेत्रों में रहने वाले समुदायों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है जहां चिकित्सा बुनियादी ढांचे और सहायता की बहुत कमी है। इनमें से कई भौगोलिक क्षेत्रों ने वर्षों से अपनी समृद्ध प्राकृतिक विरासत और स्वदेशी संस्कृतियों के साथ रॉयल एनफील्ड सवारों की मेजबानी की है। यह हिमाचल प्रदेश के लेह, लद्दाख, कुल्लू और केलांग में जिला प्रशासन के साथ काम कर रहा है ताकि कई सरकारी और चेरीटेबल अस्पतालों के लिए ऑक्सीजन कॉसेंट्रेटरस और ऑक्सीजन सिलेंडर की खरीद और आपूर्ति की जा सके।
रॉयल एनफील्ड गूंज की पहल राहत का समर्थन कर रही है जो दूरदराज के क्षेत्रों में समुदायों के पुनर्निर्माण की दिशा में चलाया जाने वाला एक दीर्घकालिक कार्यक्रम है। इस व्यापक राहत कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, रॉयल एनफील्ड उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और जम्मू और कश्मीर के कई हिस्सों में पहुंच की सुविधा प्रदान करेगा, कुछ मामलों में यहां तक कि भारतीय सेना के समर्थन से भी एसा करेगा। सशस्त्र बलों के साथ इसकी विरासत को देखते हुए, रॉयल एनफील्ड को उनके राहत कार्य में 100 ऑक्सीजन कॉसेंट्रेटरस, कोविड-19 किट और अन्य प्रमुख चिकित्सा उपभोग्य सामग्रियों के साथ भारतीय सेना का समर्थन करने में सक्षम होने के लिए भी सम्मानित किया जाता है।
महामारी से निपटने के लिए बेहतर ढंग से सुसज्जित स्थायी समुदायों के निर्माण पर अपने ध्यान को केन्द्रित करते हुए रॉयल एनफील्ड ने उन परिवारों के लिए कई आजीविका पहलें शुरू की हैं जिन्होंने महामारी की प्रारंभिक लहर के दौरान आजीविका के साधन खो दिए थे। इसके लिए, इसने तमिलनाडु के वल्लम वडागल में सामूहिकता और उद्यमिता पर 500 से अधिक महिलाओं को सशक्त बनाने और प्रशिक्षित करने के लिए केयर इंडिया के साथ भागीदारी की है।रॉयल एनफील्ड ने पिछले साल से पूरे भारत में आवश्यक वस्तुओं तक पहुंच के साथ 39,000 से अधिक परिवारों की मदद की है।
तत्काल राहतः रॉयल एनफील्ड ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के जन राहत फंड में 2 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। तमिलनाडु में महामारी से प्रभावित लाखों लोगों के लिए चिकित्सा सहायता और उपभोग्य सामग्रियों के साथ-साथ आजीविका सहायता कार्यक्रमों तक पहुंच को सक्षम करने के लिए राज्य सरकार द्वारा इस राशि को रणनीतिक रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है। जब एनसीआर में महामारी फैल रही थी तो इसने दिल्ली सरकार को ऑक्सीजन सिलेंडरों की खरीद के लिए 1 करोड़ रुपये का समर्थन दिया। इसके अतिरिक्त, रॉयल एनफील्ड दिल्ली और हरियाणा की सरकारों के साथ सरकारी और चेरीटेबल अस्पतालों को ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कॉसेंट्रेटरस और चिकित्सा उपभोग्य सामग्रियों का समर्थन देने के लिए काम कर रहा है। इसने नई दिल्ली में डॉ श्रॉफ चैरिटी आई अस्पताल में 25 बिस्तर, कोविड देखभाल सुविधा स्थापित की है। यह क्लॉथ बॉक्स फाउंडेशन के साथ साझेदारी में एक ऑक्सीजन कॉसेंट्रेटरस बैंक भी बना रहा है।
रॉयल एनफील्ड ने कर्मचारियों की देखभाल, सुरक्षा और कल्याण पर ध्यान देते हुए कई पहलों की भी घोषणा की है। एक समर्पित कोविड-19 बीमा पॉलिसी, टीकाकरण प्रायोजन और ऑनसाइट टीकाकरण शिविरों के अलावा रॉयल एनफील्ड ने अपने कर्मचारियों के लिए वर्चुअल मेडिकल टेलीकंसल्टेशन और मनोवैज्ञानिक परामर्श के लिए 24 घंटे कार्य करने वाला प्लेटफॉर्म वी-केयर भी लॉन्च किया है। इसे कई स्थानों पर ऑन-ग्राउंड समर्थन के लिए एक आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम से लैस एक केंद्रीय कोविड-19 कमांड सेंटर द्वारा पूरक बनाया गया है। कोविड जाँच में पॉजिटिव आने वाले और चिकित्सा सहायता (हल्के और मध्यम मामलों) की आवश्यकता वाले कर्मचारियों के लिए इसने पेरुंगुडी (चेन्नई) में एक 70-बेड की कोविड-19 देखभाल सुविधा और अलगाव केंद्र स्थापित किया गया है। किसी कर्मचारी के कोविड-19 से अपनी जान गंवाने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में रॉयल एनफील्ड ने वित्तीय सहायता उपायों की एक श्रृंखला भी शुरू की है। इनमें ग्रुप टर्म लाइफ इंश्योरेंस के तहत कर्मचारी के वेतन के तीन गुना का बीमा कवर, 2 साल की अवधि के लिए नजदीकी परिवार को कर्मचारी का मौजूदा वेतन देना, संबंधित कर्मचारी के बच्चों की शैक्षिक सहायता के लिए वित्तीय सहायता और उन्हें अन्य कार्यक्रमों में से रॉयल एनफील्ड में व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए एक अवसर देना शामिल है।
रॉयल एनफील्ड अपनी पहलों के प्रभाव का मुल्यांकन करना जारी रखा हुआ है और मध्यम और लंबी अवधि में कर्मचारियों की भलाई के साथ-साथ सामुदायिक रिकवरी और पुनर्वास प्रयासों में योगदान देने के लिए यह और भी कदम उठाएगा।