बाराबंकी : क्षेत्र के ढेड़िया पंचायत में लाखों की लागत से बना सामुदायिक शौचालय में 2 महीन से ताला लटक रहा है। ग्रामीण इसके लाभ से वंचित है। इतना ही नहीं क्षेत्र के करीब आधा दर्जन से अधिक सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कार्य भी अधूरा है। सिद्धौर ब्लाक क्षेत्र के 96 ग्राम पंचायतों में अधिकांश पंचायतों में सामुदायिक शौचालय को समूह की महिलाओं को हैंड ओवर करने दावा अधिकारी कर रहे। लेकिन चुनावी प्रक्रिया के दौरान हुए हैंडओवर से वर्तमान में प्रधानों को इनके संचालन को लेकर समस्या है। ऐसा ही एक उदाहरण ढेड़िया पंचायत का है। जहां करीब 2 महीने से शौचालय में ताला लटक रहा है। ग्रामीण खुले में शौच जाने पर मजबूर है। जबकि बीडियो यशोवर्धन सिंह व ब्लाक मिशन मैनेजर एनआरएलएम सिद्धौर सबा फातिमा ने उद्घाटन ने किया था।
इसे रमापुर गांव के एक समूह को आवंटित कर दिया। अब सबा फातिमा ने बताया उद्घाटन समय मरम्मत कार्य अधूरा होने से संचालन नहीं हो सका था। ताला बंद होने की जानकारी से इंकार किया है। वहीं प्रधान आरती सिंह के पति शाशी पाल सिंह ने बताया कि शौचालय समूह को अभी हैंड ओवर नहीं हुआ है। उन्होंने स्वयं 2 महीने से ताला बंद होने की पुष्टि की। यहां गेट के सामने उगी घास व पाथे गए उपले भी यहीं बयां कर रहे हैं। उनका कहना है कि शौचालय कार्य रजिस्टर तैयार होने के दिन से मानदेय का भुगतान होगा। यही हाल क्षेत्र की कई ग्राम पंचायतों का है। इस संबंध में एडीओ पंचायत सिद्धौर रामप्रकाश ने बताया कि 78 पंचायतों में समूह की महिलाओं को शौचालय हैंड ओवर है।