अभियन्ताओं व जूनियर इंजीनियरों ने आन्दोलन किया तेज : समीक्षा बैठकों व वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का किया बहिष्कार
लखनऊ : उप्र के बिजली अभियन्ताओं और जूनियर इंजीनियरों ने ऊर्जा निगमों में व्याप्त कुप्रबंधन के विरोध में शनिवार से अपने आंदोलन को और तेज कर दिया। इसी क्रम में अभियंताओं ने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली नई सरकार से प्रदेश की जनता को बेहतर उपभोक्ता सेवा और सुचारू विद्युत आपूर्ति प्रदान करने के लिये ऊर्जा निगमों में व्याप्त नकारात्मक, दण्डात्मक, उत्पीड़नात्मक कार्य प्रणाली को समाप्त कर मनोबल बढ़ाने वाली कार्रवाई करने की अपील की है।
बिजली अभियन्ताओं और जूनियर इंजीनियरों ने अपना आन्दोलन और तेज करते हुए प्रबन्धन द्वारा की जा रही समस्त समीक्षा बैठकों व वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का बहिष्कार कर रहे हैं। विभिन्न डिस्कॉमों के प्रबन्ध निदेशकों द्वारा आहूत की गयी समीक्षा बैठकों व वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का बहिष्कार किया गया। सविनय अवज्ञा आन्दोलन और प्रबन्धन के साथ पूर्ण असहयोग के क्रम में, आगामी 04, 05 एवं 06 अप्रैल 2022 को घोषित सामूहिक अवकाश के लिये बड़े पैमाने पर आवेदन एकत्र हो रहे हैं
जिन्हें जल्द ही प्रबन्धन को सौंपा जायेगा। उप्र के ऊर्जा निगमों में प्रबन्धन द्वारा तानाशाहीपूर्ण ढंग से अन्याय व उत्पीड़न किये जाने से व्याप्त रोष, कारपोरेशन में उत्पन्न किये गये भय के वातावरण में बगैर संसाधनों के तथा अत्यन्त मानसिक कष्ट में कार्य कर रहे सभी अभियन्ताओं व अवर अभियन्ताओं ने समस्याओं का अबतक समाधान न होने, शीर्ष स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार के विरोध में
चल रहे शान्तिपूर्ण ध्यानाकर्षण सविनय अवज्ञा आन्दोलन के पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत आज पूरे प्रदेश में सभी परियोजनाओं एवं जिला मुख्यालयों पर अभियन्ताओं व अवर अभियन्ताओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किये जिनमें सैकड़ां की संख्या में अभियन्ता व अवर अभियन्ता सम्मिलित हुए।