लखनऊ : सआदतगंज क्षेत्र में नवाबी समय की पुरानी सीवर लाईन साफ करते हुए करन और सूरज नाम के दो सफाई मजदूरों की मौत पर सियासी बखेड़ा खड़ा किया जा रहा है। सपा, बसपा व कांग्रेस के छुटभैये नेता से लेकर बड़े नेता भी इसे लखनऊ नगर निगम की जानलेवा लापरवाही व भ्रष्टाचार से जोड़ने की कोशिश करते नजर आए।
यहां तक कि उत्तर प्रदेश में पहली बार विभागीय मंत्री बनाए गए एके शर्मा का नाम भी इस दुर्घटना से जोड़ा जा रहा है,लेकिन नगर आयुक्त अजय द्विवेदी को बेदाग बताने वालों की कमी नहीं हैं। ऐसा नहीं है कि मौजूदा नगर आयुक्त के कार्यकाल में सीवर लाईन में उतरकर मजदूरों की हालत बिगड़ने की यह कोई पहली घटना हैं।
विगत चार वर्षों में ऐसी घटनाओं के समाचार कई बार राजधानी के अलग-अलग क्षेत्रों से आते रहे हैं,जिनमें कभी सीवर लाईन में उतरे मजदूरों को घटिया रक्षा उपकरण उपलब्ध कराये जाने के आरोप भी लगे हैं,लेकिन सफाई मजदूरों की यूनियने उन मजदूरों को कुछ मुआवजा दिलाने से ज्यादा कुछ नहीं कर सकी।
वर्तमान घटना में मरने वाले दो मजदूरों के अलावा दो घायल मजदूरों के परिजनों ने बताया कि इन मजदूरों को किसी तरह के रक्षा उपकरण नगर निगम प्रशासन या सुपरवाइजर अमित ने उपलब्ध नहीं कराये थे। जिसके कारण यह जानलेवा हादसा मजदूरो के साथ घटित हो गया।
राजधानी में सीवर लाईनों की सफाई के लिए लखनऊ नगर निगम पिछले वर्षों में कई क्लीनिंग पम्प और सीवर क्लीनिगस पाईपों की लम्बी-चौड़ी खरीद कर चुका हैं,और शाहनजफ रोड से लेकर एमजी मार्ग और दूसरे कई वीवीआईपी सम्पर्क मार्गों में ये मशीने काम करती नजर भी आयी हैं।
लेकिन सआदतगंज की इस खतरनाक सीवर लाईन की सफाई में इन मशीनों का इस्तेमाल न करके मजदूरों की जान को क्यों दांव पर लगाया गया।
साथ ही स्वेज कम्पनी को मृत कर्मियों के परिवारजनों को मुआवजा देने व घटना की जाँच के कराने के निर्देश हंै। आगे बताया कि सफाई कर्मियों को रक्षा उपकरण न देने के जिम्मेदार अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज होगी।
राजधानी के सआदतगंज में सीवर सफाई के दौरान कार्यदायी संस्था स्वेज इंडिया के 4 सफाई कर्मी हताहत होने व दो सफाई कर्मियों की मौत पर महापौर संयुक्ता भाटिया ने घटना के जाँच के आदेश नगर आयुक्त को दिए हैं। साथ ही हताहत सफाई कर्मियों के परिवारजनों को स्वेज इंडिया द्वारा मुआवजा दिए जाने के भी निर्देश महापौर ने दिए हंै।
महापौर ने नगर आयुक्त और स्वेज इण्डिया के महाप्रबंधक राजेश मथपाल,जलकल विभाग के महाप्रबंधक एसके वर्मा से घटना की रिपोर्ट तलब की। जिम्मेदार अधिकारी पर जाँच कर एफआईआर दर्ज कराने के लिये भी कहा है।
महापौर ने यह भी कहा कि भविष्य में नाला सफाई और सीवर लाईन की सफाई में लगे समस्त कर्मियों को रक्षा उपकरण के साथ ही सफाई करने की व्यवस्था बनाने के निर्देश भी नगर आयुक्त को दिए है। सीवर सफाई के लिए विगत 2 वर्ष पहले स्वेज इण्डिया को शहरभर का कार्य अवंटित किया गया था।
बिना सेफ्टी के ही मजदूरों को सीवर में उतारा गया: जीएम्
घटना पर एसकेवर्मा महाप्रबंधक जलकल विभाग ने कहा कि लखनऊ के अम्बरगंज क्षेत्र में गुलाबनगर माविया मस्जिद के करीब सीवर लाईन की सफाई का कार्य करते हुए मेनहोल के अंदर उतरे दो सफाई मजदूरो की गन्दी व जहरीली गैस से मृत्यु हो गयी है।
आगे बताया कि इस संबंध में यह तथ्य जानकारी में लाया गया कि अम्बरगंज गुलाबनगर माविया मस्जिद के निकट सीवर का कार्य वन सिटी वन आॅपरेटर के आधार पर स्वेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा कराया जा रहा था। उक्त दोनों मृतक कर्मी स्वेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अधीन कार्य कर रहे थे।
कर्मियों द्वारा किसी रक्षा उपकरण की सहायता लिए बिना सीवर में उतरने की जानकारी प्राप्त हुई है। ऐसी स्थिति में संबंधित कंपनी के विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जा रही है साथ ही दोनों कर्मियों को वित्तीय मुआवजा देने की भी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।
मृतकों के परिजनों को मिले मुआवजा: कर्मचारी
नगर निगम कर्मचारी नेता आनंद वर्मा ने इस घटना पर गहर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए तथा मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाए। आगे कहा कि पूरा कर्मचारी संघ इस दुख की घड़ी मेंं सफाई मजदूरों के परिवार के साथ खड़ा हैं। हम उत्तर प्रदेश सरकार से मांग करते हैं कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाये जाये।