
कन्नौज : फिल्म पृथ्वीराज मे कन्नौज के राजा जयचंद के गलत तरीके से दिखाए गए किरदार को लेकर विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है उसी कड़ी में आज जिला एवं सत्र न्यायालय एडवोकेट अखिलेश यादव द्वारा पुलिस अधीक्षक को फिल्म निर्देशक के ऊपर कानूनी कार्रवाई करने को लेकर प्रार्थना पत्र दिया गया l फिल्म पृथ्वीराज में दिखाए गए पृथ्वीराज के किरदार को लेकर जो अखिलेश यादव एडवोकेट द्वारा प्रार्थना पत्र दिया गया जिसमें हवाला दिया गया कि चन्द्र प्रकाश द्विवेदी द्वारा निर्देशित फिल्म सम्राट पृथ्वीराज नाम फिल्म में प्रस्तुत कथानक वास्तविक इतिहास से परे इतिहास फिल्म में प्रस्तुत किया गया है जिससे कन्नौज की जनता आहत हुयी है।
कन्नौज के महान सम्म्राट जयचन्द्र के किरदार को गलत तरीके से प्रस्तुत कर उन्हें गद्दार घोषित करने का कुसंगति प्रयास किया गया है। इस फिल्म में दिखाये गये दृश्यों से ऐसा परिलक्षित होता है कि कन्नौज जिले के बाशिन्दे गद्दार है जिससे आम जनमानस की भावनायें आहत हुयी हैं। बास्तव में राजपृथ्वीराज की एक भूल ने हम कन्नौज वासियों के पूर्वजों को मुगलो का गुलाम बना दिया था वीर व्यक्ति को स्वचरित्र होना चाहिये जबकि पृथ्वीराज का चारित्रिक जीवन कलंक पूर्ण रहा है। राजा पृथ्वीराज ने अपनी परिवारिक बहन संयोगिता का अपहरण किया तो जयचन्द्र ने मदद न करके अपने कुतकृष्ट मनोवल का परिचय दिया। कन्नौज शहर की कान्यकुब्ज शिक्षा एवं समाज सेवा समिति की ओर से विगत 12 बर्ष पूर्व से सम्राट जयचन्द्र को गद्दार साबित करने वाले को 5 लाख रूपये की धनराशि पुरूस्कार देने का एलान किया गया
परन्तु अभी तक किसी इतिहासकार ने जयचन्द को गद्दार सावित नही कर पाया इस फिल्म के कारण देश की अखण्डता को तोड़ने का प्रयास किया गया और व्यक्तिगत वैमनुस्यता का भी फैलाने का कार्य किया गया । कन्नौज की जनता को गद्दार कहकर अपमानित व कलंकित किया गया। आम जन भावनाएं आहत हुयी हैं। वास्तविक इतिहास को छिपाकर कपोल कल्पित कथाना प्रस्तुत करने से जनमानस में इतिहास के प्रति भ्रम उत्पन्न हुआ है। ऐसी स्थिति में फिल्म के निदेशक व पठकथा लेखक व अन्य सम्बन्धित व्यक्तियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया जाना जनहित में आवश्यक है। उपरोक्त तथ्यों के आधार पर एडवोकेट द्वारा फिल्म निर्देशक और पटकथा लेखक पर उचित कार्रवाई करने का हवाला दिया गया है