दिल्ली: भारत के प्रमुख 24×7 हिन्दी न्यूज़ चैनल- ज़ी हिन्दुस्तान ने लखनऊ में ‘उदयमान उत्तरप्रदेश’ कार्यक्रम का आयोजन किया। उत्तरप्रदेश की निर्वाचित सरकार के प्रतिष्ठित वक्ताओं ने अपनी उपस्थिति से इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई, जहां उन्होंने योगी आदित्यनाथ कैबिनेट के उत्तरप्रदेश में 100 दिन पूरे होने के मौके पर सरकार का लेखा-जोखा पेश किया।
इस कार्यक्रम के दौरान अपनी बात रखते हए, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, “उत्तरप्रदेश राज्य को चलाने में हमारे लिये सबसे बड़ी चुनौती पिछले 5 वर्षों में हमने जो कार्य किए, उससे आगे बढ़ना और पहले से बेहतर करके दिखाना है। उत्तरप्रदेश के लिये पिछले 5 साल बहुत ही गौरवशाली रहे हैं और अब हमें और भी बेहतर करके दिखाना है। हमारा मुकाबला खुद से ही है। आबादी के मामले में उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है और हमारा लक्ष्य उद्योग, शिक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्रों में इसे नंबर वन राज्य बनाना है।
बैठक के दौरान, नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का कहना है, “उत्तप्रदेश देश के सबसे तेजी से विकसित हो रहे राज्यों में से एक है। हमारा लक्ष्य आगे आने वाले कुछेक सालों में 1 ट्रिलियल की अर्थव्यवथा बनना है। उत्तरप्रदेश की गिनती अब ताकतवर राज्य के रूप में होने वाली है।”
इस कार्यक्रम में श्री आशीष पटेल, तकनीकी शिक्षा मंत्री, श्री दानिश आजाद अंसारी, उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य, श्री जयवीर सिंह, उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य, श्री दयाशंकर मिश्र सहित अन्य चर्चित वक्ताओं ने चर्चा की। उन्होंने पर्यटन, अपराध की कम दर, शिक्षा, खेती, अस्पताल और काफी सारे मुद्दों पर बात की। पाठक कहते हैं, “जब नरेंद्र मोदी जी ने एक आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मु को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया, वह पिछले 75 सालों के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ। पूरे देश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले का स्वागत किया और इसकी सराहना की।”
अपने मुख्य भाषण में, पुरुषोत्तम वैष्णव, सीईओ, ज़ी मीडिया कॉरपोरेशन लिमिटेड ने कहा, “मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम राज्य के तथ्यों और वास्तविकताओं को सामने लाएं। इस कार्यक्रम ने सरकार को अपना रिपोर्ट कार्ड दिखाने और आम आदमी द्वारा उठाए गए सवालों के जवाब देने के लिये एक मंच तैयार किया। हमें आम आदमी की आवाज और नागरिकों और सरकार के बीच संवाद का माध्यम होने पर बहुत गर्व है।”
नगर निगमों में इलेक्ट्रॉनिक बस सेवाएं शुरू करने की आवश्यकता के साथ, राज्य के 14 शहरों में संचालित ई-बसों का बेड़ा 100 दिनों में दोगुना हो गया है। इस बीच गोरखपुर मेट्रो लाइट प्रोजेक्ट पर भी काम शुरू करने की तैयारी भी आरंभ हो गई है। अन्य प्रयासों के अलावा, पिछले 100 दिनों के भीतर भक्तों और पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन एकीकृत मंदिर सूचना प्रणाली विकसित की गई।
योगी आदित्यनाथ सरकार पिछले 5 वर्षों और 100 दिनों में काफी सारे काम करने में कामयाब रही है, चाहे वह स्वास्थ्य, इंफ्रास्टक्चर या किसान कल्याण के संबंध में हो। हालांकि, महिलाओं के खिलाफ अपराधों को मिटाने और युवाओं को शिक्षित करने के लिये उन्हें अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है, इसे सुनिश्चित करने के लिये सही दिशा में कदम उठाए गए हैं। सरकार बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्रों जैसे पानी की कमी वाले क्षेत्रों में पेयजल सुविधा प्रदान करने की योजना भी बना रही है।
राज्य में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे के बारे में, श्री पाठक कहते हैं, “राज्य ने देखा है कि स्त्रीरोग विशेषज्ञ क्लीनिक में काफी भीड़ होती है और महिलाओं को 45 मिनट से ज्यादा देर तक स्त्रीरोग विशेषज्ञ के लिये इंतजार ना करना पड़े, इसके लिये ज्यादा संख्या में महिला चिकित्सकों को जोड़ा गया है।” वह यह भी कहते हैं, “जब यह महामारी शुरू हुई, पूरी दुनिया संघर्ष कर रही थी। यदि, यूएस या यूके अपने नागरिकों को वैक्सीन लगाने का काम कर रहे थे तो उस समय भारत भी अपने नागरिकों के लिये वही काम कर रहा था।”