लखनऊ : बीकेटी लखनऊ इटौंजा कुर्सी मार्ग पर गद्दिनपुरवा गांव के निकट ट्रैक्टर चालक गाड़ी को नहीं संभाल पाया। जिससे ट्रैक्टर ट्राली पलट कर तालाब में जा गिरी। इस दिल-दहला देने वाली दुर्घटना में 9 महिलाएं तथा एक बच्ची की मौत हो गई तथा 36 श्रद्धालु घायल हो गए। दुर्घटना की सूचना पाकर जिला अधिकारी सूर्यपाल गंगवार व लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह व अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिये। दुर्घटना सुबह 9:00 बजे हुई। ट्रक चालक ने ट्रैक्टर को ओवरटेक करने के चक्कर में पीछे से ट्रैक्टर ट्राली में ठोकर मार दी। जिससे ट्रैक्टर ट्राली पलट कर तालाब में जा गिरी। स्थानीय पुलिस ने 10 शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक तथा घायल सभी श्रद्धालु गांव टिकौली थाना अटरिया जनपद सीतापुर के रहने वाले हैं। ये सभी श्रद्धालु उनई गांव में देवी जी के दर्शन के लिए जा रहे थे। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर व क्षेत्रीय विधायक योगेश शुक्ला ने इटौंजा अस्पताल में पहुंचकर घायलों का हालचाल पूछा तथा इस अस्पताल के डॉक्टर प्रभारी एके दीक्षित को निर्देश दिया कि घायलों का उपचार बेहतर ढंग से किया जाए।
डिप्टी सीएम ने मृतकों के परिवार वालों को चार लाख रूपये का मुआवजा देने की घोषणा की। इस दौरान एसपी ग्रामीण हृदेश कुमार, क्षेत्राधिकारी नवीना शुक्ला थानाध्यक्ष इटौंजा तथा तमाम पुलिस बल थे। हालांकि इस दौरान क्षेत्र के बुद्धिजीवी लोगों के बीच यह चर्चा जोरों पर रही कि आखिर प्रदेश सरकार ने जिले के प्रभारी मंत्री का कर्तव्य निर्धारित किया है कि इतने भीषण हादसे के दौरान लखनऊ जनपद के प्रभारी मंत्री जितिन प्रसाद नहीं दिखे। वर्तमान में प्रसाद योगी सरकार में लोक निर्माण विभाग में काबीना मंत्री का पद संभाल रहे हैं। वैसे बता दें कि इसी तरह जब बीते कुछ दिनों पहले लखनऊ में मूसलाधार बारिश हुई और पूरा शहर अस्त-व्यस्त हुआ तो उस दौरान भी प्रभारी मंत्री के दर्शन नहीं हुए। हालांकि कई दिन बीतने के बाद वो एक्शन में आये और फिर शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर मंडलायुक्त से रिपोर्ट तलब करते अपने दायित्व की इतिश्री की।