उरई (जालौन) नवरात्रि के पावन पर्व पर लोगों ने क्षेत्र में प्रसिद्ध मां जालौन वाली के मंदिर पर जाकर पूजा अर्चना की व मस्तक टेक कर मां से आशीर्वाद की कामना की नवरात्रों का आज तीसरे दिन भी हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली जिला जालौन के अलावा भी अन्य जनपद से भी लोग देखने को मिले इससे यह वक्त होता है अभी भी हिंदू धर्म में मां के प्रति आस्था रखते हैं वही जब पत्रकार अनुज शर्मा ने मां जालौन वाली के पुजारी सर्वेश से इस मंदिर का महत्व में जानकारी ली तो उन्होंने बताया मां जयंती माई के नाम से यहां पर पांच पांडवों ने यह प्रथमा स्थापना की जब से क्षेत्र में दूर-दूर से श्रद्धालु माताएं बहने मां के चरणों में आकर जल मेवा,मिष्ठान व अगरबत्ती दीपक अर्पण कर भविष्य में आने वाली संकटों से मां कामना करते हैं वही मां जयंती माई की ऐसी कृपा रहती है सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं जिससे आज तीसरे दिन देखने को मिला हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ पुलिस प्रशासन चौकी इंचार्ज कंझारी लाल बहादुर यादव व चौकी जगम्मनपुर से दीवान संत कुमार शुक्ला तमाम पुलिस बल व पी एस सी वालों तैनात रहा वहीं वर्तमान प्रधान के गाइडलाइंस में बताया गया था कि मंदिर परिषद में अंदर कोई भी पूजा अर्चना करने के लिए नहीं जाएगा लेकिन देखने को मिला पुजारी के साथ-साथ कहीं भक्तगण भी अंदर मौजूद रहे इससे यह लगता है कि व्यवस्थापक ही व्यवस्था नहीं बनाएंगे तो जरूर कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है।। मंदिर के पुजारी सर्वेश महाराज ने बताया की मंदिर में पुजारी ही जाएंगे इसके अलावा कोई भी भक्त अंदर नहीं जाएगा अब देखना यह है कि कमेटी के कार्यकर्ता इस बात को मानते हैं या नहीं वही आज जालौन देवी के पुजारी सर्वेश द्विवेदी के द्वारा पत्रकारों को बताया गया पंचमी के रास्ते मां का गुफा वाला गेट नहीं खुलता है पंचमी के रात्रि को करीब 56 प्रकार के भोग मां को अर्पण किए जाते हैं वहीं क्षेत्र के सम्मानित भक्तगण एवं माताएं बहने भी मां के चरणों में मस्तक देखकर उज्जवल भविष्य की प्रार्थना करते हैं।।