
उरई (जालौन): समूची दुनिया में कहर बरपाने वाले कोरोना ने अपने खूनी हांथों कई ऐसी जिंदगियां भी ली हैं कि बच्चों के सिरों पर से मां बाप का साया ही छिन गया। बुरे सपने और मुसीबतों से भरे उस दौर को याद करते ही रीढ़ में सिहरन दौड़ जाती है। नगर के महंतनगर के निवासी तीन बच्चों निखिल अहिरवार, उसकी बहिन भूरी तथा छोटे भाई जितेंद्र के ऊपर भी कोरोना काल पहाड़ बन कर टूटा था। इन बच्चों के सिर से मां बाप का साया ही छिन गया था। रविवार को दरिद्र नारायण सेवा समिति के वस्त्र वितरण कार्यक्रम के दौरान तीनों बच्चों को समिति की तरफ से कपड़े, जूता चप्पल, मिठाई का डिब्बा वितरण किया गया और शिक्षाविद विजय रावत की ओर से तीनों बच्चों को पांच- पांच सौ रुपए जब उपहार स्वरूप दिए गए तो उनके चेहरों की खुशी देखने लायक थी। इतना ही नहीं, बच्ची की शादी का जिम्मा दरिद्र नारायण सेवा समिति ने अपने ऊपर ले लिया है। विजय रावत ने 21 हजार रुपए व बिल्लू अग्रवाल ने 11 हजार रुपए उक्त बच्ची की शादी के लिए देने की घोषणा की जिसका वहां उपस्थित लोगों ने तालियां बजाकर स्वागत किया।