
उरई (जालौन): बीते कई दिनों की प्रतीक्षा के बाद आखिरकार गत रोज सोमवार को निकाय अध्यक्ष का आरक्षण जारी हो गया जिसमें कोंच पालिकाध्यक्ष सीट ओबीसी महिला के लिए आरक्षित घोषित होने के बाद सामान्य वर्ग के उन संभावित प्रत्याशियों को तगड़ा झटका लगा है जो अनारक्षित की स्थिति में चुनावी मैदान के बड़े योद्धा माने जा रहे थे और पिछले कई दिनों से लगातार जनसंपर्क अभियान चला रहे थे। यह लगातार तीसरा मौका है जब कोंच पालिकाध्यक्ष सीट आरक्षण वर्ग में गई है और सामान्य वर्ग के लोगों को हताशा हाथ लगी है। इससे पहले वर्ष 2012 में भी यह सीट ओबीसी महिला के लिए आरक्षित थी और विनीता सीरौठिया को ओबीसी के आरक्षण में सामान्य वर्ग का लाभ मिला और वह चुनाव जीतीं। उनके पति विज्ञान सीरौठिया सामान्य ब्राह्मण वर्ग से हैं। जबकि साल 2017 में हुए निकाय चुनाव में यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी और मौजूदा पालिकाध्यक्ष डॉ. सरिता वर्मा को अनुसूचित जाति के आरक्षण में सामान्य वर्ग का लाभ मिला जिसके चलते वह चुनाव जीतीं। उनके पति आनंद अग्रवाल सामान्य वर्ग से आते हैं। आरक्षण घोषित होते ही चुनाव के तमाम समीकरण बदल गए हैं और कई पुराने दिग्गज नेपथ्य में चले गए हैं जबकि तमाम नए योद्धा सामने नजर आने लगे हैं।