टप्पल : नगर पंचायत टप्पल में कस्बे के लगभग सात दर्जन महिलापुरुष सफाई कर्मचारियों के पद पर नगर पंचायत टप्पल कार्य में लगाए गए थे लेकिन कई वर्षों नगर पंचायत टप्पल में कार्य करने के बाद अचानक शासन ने टप्पल नगर पंचायत का दर्जा समाप्त कर दिया जिससे सफाई कर्मचारियों को कार्य मुक्त कर दिया गया। शासन द्वारा सफाई कर्मचारियों को कार्य मुक्त करने से टप्पल नगर पंचायत सफाई कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त हो गया और उन्होंने बेरोजगार होने पर सरकार से अपनी बहाली के लिए नगर पंचायत टप्पल कार्यालय परिसर में विगत 6 दिसंबर से अनिश्चितकालीन धरना देना शुरू कर दिया जो शुक्रवार को चौथे दिन भी जारी रहा।
नगर पंचायत टप्पल सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अर्जुन सिंह ने बताया कि टप्पल नगर पंचायत के सफाई कर्मचारियों को नगर पंचायत टप्पल का दर्जा समाप्त शासन द्वारा करने पर अधिकारियों ने सफाई कर्मचारियों को विगत 1 दिसंबर से कार्यमुक्त कर दिया है जबकि अन्य कर्मचारियों को अभी तक कार्यमुक्त नहीं किया है जिससे सफाई कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है और सफाई कर्मचारियों के परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। महिला पुरुष सफाई कर्मचारियों के सामने रोजी रोटी का संकट व्याप्त हो गया है धरने पर बैठे सफाई कर्मचारियों ने यह भी बताया कि अगर शासन ने हमारी बहाली नहीं की तो सभी टप्पल नगर पंचायत के सफाई कर्मचारी गण अनिश्चितकालीन धरने के आंदोलन को विभिन्न आंदोलनों में बदलने के लिए मजबूर होंगे जिसका उत्तरदायित्व उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का होगा।
धरने पर अधिकांश सफाई कर्मचारियों को भीषण ठंड के कारण अचानक तबीयत खराब हो गई थी जिसका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र टप्पल के प्रभारी अधीक्षक डॉक्टर बृजेश कुमार ने संज्ञान लिया और तीन चिकित्सकों की टीम जिसमें डॉक्टर चौव सिंहडॉक्टर रजत प्रिय गौतम डॉक्टर सुभाष चंद्र ने बीमार सफाई कर्मचारियों का धरने पर आकर परीक्षण करके उन्हें दवा दी है। नगर पंचायत टप्पल पर धरने पर भारतीय वाल्मीकि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष तालेवर सेवक राम गोहेर ने भी आकर भाग लिया और उन्होंने टप्पल नगर पंचायत सफाई कर्मचारियों का आंदोलन में पूर्ण रुप से सहयोग करके विभिन्न आंदोलन करने का ऐलान भी किया है। इस धरने में सुमित कुमार अजय कुमार विनेश रमेश शिव कुमार किशन संतोष रीना बाला पूनम विमला रोहतासअमित शिव कुमार आदि सहित दर्जनों सफाई कर्मचारी मौजूद थे।