
बांदा। अटल भूजल योजना के तहत आयोजित ब्लाक स्तरीय प्रशिक्षण शिविर में विशेषज्ञ प्रशिक्षकों ने फ्लोमीटर का डेमो परीक्षण करते हुए किसानों व ग्रामीणों को भूजल दोहन के प्रति जागरूक किया। फ्लोमीटर परीक्षण के जरिए किसानों को भूजल मापन के गुर सिखाए। जल संरक्षण तकनीक को घर-घर पहुंचाने का आह्वान किया गया।
जिला ग्राम्य विकास संस्थान के तत्वाधान में अटल भूजल योजना के तहत मंगलवार को बड़ोखर खुर्द ब्लाक अंतर्गत लुकतरा गांव में एक दिवसीय फ्लोमीटर डेमो प्रशिक्षण आयोजित हुआ। प्रगतिशील किसान रामकिशोर अवस्थी, जगदीशसिंह व विशंभर सिंह आदि के ट्यूबवेल में फ्लोमीटर का डेमो प्रशिक्षण देकर किसानों और ग्रामीणों को भूजल मापन की विधियां बताईं। जल गुणवत्ता से भी लोगों को जागरूक किया गया। भूभौतिकविद शिवम तिवारी ने अटल भूजल योजना का उद्देश्य बताया। कहा कि जल संकट ग्रस्त क्षेत्रों में भूजल संसाधनों के प्रबंधन में सुधार करना है। योजना नागरिकों को सशक्त एवं आत्म निर्भर बनाने के लिए भी कारगर साबित होगी। योजना के माध्यम से चिन्हित जल संकट वाले क्षेत्रों में स्थाई भूजल प्रबंधन के लिए सामुदायिक भागीदारी और मांग हस्तक्षेप पर जोर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के माध्यम से प्रत्येक नागरिक को शुद्ध जल उपलब्ध होगा। इस दौरान एसपीएमयू से पुनीत मौर्य, सहायक ग्राउंड वाटर विशेषज्ञ श्वेता गुप्ता, नोडल अधिकारी अटल भूजल योजना अखिलेश पांडेय, गोपाल गुप्ता, नम्रता गुप्ता, सुशील यादव, रामराज प्रजापति व मोहित सिंह आदि उपस्थित रहे।