मथुरा। ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग के सौंदर्यीकरण कराये जाने में परिक्रमा मार्ग मंे बदलाव को लेकर जगह जगह ग्रामीण रणनीति तैयार कर रहे हैं। पौराणिक मान्यताओं, बुजुर्गों की कहावत और लोक प्रचलित कथाओं का भी हवाला दिया जा रहा है। सोनई क्षेत्र के कई गांवों के लोग बृज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग में सम्मिलित कराने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच रहे हैं.। इसी को लेकर शुक्रवार को सोनई क्षेत्र के ग्रामीणों ने टैंक चौराहे से लेकर जिलाधिकारी कार्यालय तक पैदल मार्च किया और अनशन करने के लिए जिलाधिकारी मथुरा को ज्ञापन सौंपा। पैदल मार्च में ग्रामीण हाथों में परिक्रमा मार्ग को सोनई क्षेत्र से निकालने को लेकर हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए चल रहे थे। ग्रामीणों ने ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन को छह फरवरी से सोनई के लहचोरवन पर अनशन की जानकारी दी.। ग्रामीणों ने ज्ञापन में कहा कि अनशन के बाद भी उनकी मांग नहीं मानी गई तो क्रमिक अनशन आमरण अनशन में भी बदल सकता है। परिक्रमा मार्ग संघर्ष समिति के अध्यक्ष धर्मेन्द्र कौशिक ने कहा कि हर हालत में चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग को सोनई होकर निकलवाकर रहेंगे। छह फरवरी से क्रमिक अनशन किया जा रहा है जो मांग न मानने पर आमरण अनशन में भी बदल सकता है.। गंगाधर वर्मा, नीरज सोलंकी प्रधान, लक्ष्मण सिंह, बलबीर सिंह, सुग्रीव सिंह, मनीष कुमार रावत, अनुराग शुक्ला, हरिओम सिंह, काका बच्चू सिंह, रघुवीर सिंह राधेश्याम प्रधान, राजबीर सिंह, विजेंद्र उपाध्याय ,कुंवर पाल सिंह ,नथाराम पाठक हरिपाल सिंह आदि मौजूद रहे।