मलिहाबाद में सांप्रदायिक तनाव के बीच मृतक के परिजनों से मिले डीएम अभिषेक प्रकाश
सरकारी आवास, पत्नी व पिता को पेंशन और बच्चों की निःशुल्क शिक्षा व्यवस्था का दिया भरोसा
लखनऊ : मलिहाबाद के दिलावर नगर में एक हत्या के बाद उपजे सांप्रदायिक तनाव को शांत करने के लिए घटना के तीसरे दिन जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने खुद गांव जाकर मृतक के परिजनों से मुलाकात की। जिलाधिकारी ने पीड़ित परिवार को भरोसा दिया कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। घटना की जांच सीओ नईमुल हसन को सौंपी गई है। निष्पक्ष जांच कराकर किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
डीएम ने बताया कि सरकार की ओर से मृतक के परिजनों को तत्काल पांच लाख की आर्थिक मदद दी जा रही है। इसके अलावां सरकारी योजना के तहत आवास और शौचालय भी उपलब्ध कराया जाएगा। डीएम ने मृतक की पत्नी सुमन देवी को विधवा पेंशन, पिता को वृद्धावस्था पेंशन दिलाई जाएगी। मृतक के बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्च भी सरकार उठाएगी। परिवार की तहरीर पर पुलिस ने इस मामले में गांव के गुलाम अली, मुस्तकीम, सानू, गुड्डू और मुकीद के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है
शुक्रवार को बेकाबू हो गई थी भीड़
बता दें कि बीते गुरुवार को दिलावरनगर में रहने वाले रामविलास की बाइक की टक्कर लगने से मौत हो गयी थी। बाइक सवार समुदाय विशेष से ताल्लुक रखता था। रामविलास की मौत के बाद गांव में सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी। दर्जनों लोगों ने गांव में रहने वाले आरोपी गुलाम अली के घर पर धावा बोल दिया। भीड़ ने आरोपियों के घर पर तोड़फोड़ करने के साथ परिजनों से मारपीट की। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराया। गांव में तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस और पीएसी को तैनात किया गया है
शुक्रवार दोपहर पोस्टमार्टम के बाद मृतक का शव मिलने के बाद एक बार फिर हंगामा शुरू हो गया। रामविलास के परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर हरदोई रोड पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। करीब तीन घण्टे तक चले हंगामे के बाद आखिरकर पुलिस ने आंसू गैस और लाठीचार्ज कर स्थिति संभाली।पुलिस को हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी। जिसमें एक युवक घायल हो गया था।