रायबरेली: बछरावां, स्थानीय विकास खंड में शिव मंदिरों में भक्तों का सोमवार नागपंचमी के दिन भक्तों का तांता लगा रहा। नागपंचमी पर्व भगवान शिव के प्रिय नाग देवता की पूजा कि जाती है। पूजन के लिए घर के दरवाजे के दोनों तरफ नाग की आठ आकृतियां बनाकर शाम को पूजा की जाती है। वही इसके साथ ही साथ शिवालयों में भगवान शिव के गले की शोभा बढ़ाने वाले तांबे के नाग की भी पूजा की जाती है। नागपंचमी पर सांपों को दूध चढ़ाने से अक्षय-पुण्य की प्राप्ति होती है।
विभिन्न स्थलो व मंदिरों में लोगों के द्वारा रुद्राभिषेक का कार्यक्रम भी कराया गया मान्यता के अनुसार नाग पंचमी के दिन शाम को बहने गांव में एक निर्धारित स्थान पर पुराने कपड़े की गुड़िया बनाकर डालती है जिनको परंपरा के अनुसार भाई उनको डंडों से पीट कर गुड़िया के त्यौहार मनाते हैं। क्षेत्र के शेषपुर समोधा, इचौली, बछरावां कस्बे, मदाखेडा, सेहगो सहित समूचे क्षेत्र में नागपंचमी गुड़िया का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।