लखनऊ: कैसरबाग स्थित बारादरी में दस दिवसीय ‘सिल्क इंडिया प्रदर्शनी’ की शुरुआत हुई। जिसमें पूरे भारत के अलग-अलग कोनों से आये व्यक्तियों ने तरह-तरह की साड़ी उत्पादों के स्टॉल लगाए हैं। इसका उद्घाटन शुक्रवार को मुख्य अतिथि यूपी सरकार के भाषा विभाग के फखरुद्दीन कमेटी के अध्यक्ष तूरज जैदी ने किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से शहर में खुशहाली का माहौल बना रहता है। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य परमिंदर सिंह, एमटीवी मॉडल मोहनीश सवितर, आयोजक मानस आचार्य और जावेद मकसूद उपस्थित रहे।
प्रदर्शनी के आयोजक मानस आचार्य ने बताया कि इस सिल्क प्रदर्शनी में अलग-अलग राज्यों से आये बुनकरों के पास विभिन्न प्रकार के मटेरियल से बनी साड़ी, सूट, डिजायनर वेस्टर्न और ब्राइडल वियर सिल्क कॉटन साड़ी, कुर्ती, टॉप, खादी शर्ट, फैशन जूलरी बेड सीट, भदोही की कालीन, ज्वैलरी और ड्राई फ्रूट जैसे उत्पाद रहे।
प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए एम टीवी अभिनेता मोहनीश सवितर ने कहा कि हमारी सरकार बुनकरों के काम को बढ़ावा देने के लिए कर रही है, ताकि उनका कारोबार आगे बढ़ता रहे। इस जगह पर विभिन्न राज्यों के उत्पाद बुनकरों द्वारा तैयार किये गए हैं, जो सीधे ग्राहकों को मिला रहा है। यह सराहनीय पहल है और उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर में एक ही छत के नीचे सब कुछ उपलब्ध है। आरजे इवेंट्स एंड प्रोडक्शंस के ब्रांड एंबेसडर मोहनीश के अनुसार, ”प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश की मलबरी सिल्क, जामदानी व जमावार सिल्क साड़ी उपलब्ध है। बिहार की जैविक टसर सिल्क साड़ी-सूट व दुपट्टा ड्रेस मटेरियल, तमिलनाडु की कांजीवरम सिल्क साड़ी व डिजायनर साड़ी व सूट, आंध्र प्रदेश की उप्पड़ा, गढ़वाल, मंगलगिरी व पोच्चम पल्ली साड़ी, पश्चिम बंगाल की बालूचरी, ढाका मशलीन, बुटीक व कांथा साड़ी छत्तीसगढ़ अनन्य कच्ची व कोसा सिल्क साड़ी व ड्रेस मटेरियल उपलब्ध है।” उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में कर्नाटक की बनी गोल्ड जरी वर्क से तैयार काँजीवरम सिल्क साड़ी को देखने के लिए ज्यादा लोग उत्साहित रहे।
इस दस दिवसीय प्रदर्शनी में 100 स्टॉल लगेगे ।