18 खाद्य कारोबारकर्ताओं के विरुद्ध मिलावट एवं बगैर पंजीकरण खाद्य कारोबार करने के कारण लगाया गया अर्थदंड
कुशीनगर: मिशन शक्ति के चतुर्थ चरण के दृष्टिगत कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में आज जनपद स्तर पर, यौन हिंसा, लैंगिक असमानता, घरेलू हिंसा, कन्या भ्रूण हत्या, कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीडन तथा दहेज हिंसा आदि की पीडित महिलाओं के संरक्षण, सुरक्षा तंत्र सुझावों तथा सहायता हेतु मेगा इवेंट *हक की बात जिलाधिकारी के साथ* विभिन्न विद्यालयों से आई हुई छात्राओं, सीएचसी ,पीएचसी के स्टाफ नर्सों, आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों, शिक्षिकाओं , महिला कांस्टेबल आदि के साथ संपन्न हुई।
महिला कल्याण विभाग द्वारा आयोजित मिशन शक्ति फेज 4.0 के अंतर्गत लगभग ढाई घण्टे तक चले संवाद कार्यक्रम में विभिन्न छात्राओं, शिक्षिकाओं, महिला सिपाहियों, आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों, स्टाफ नर्सों, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने घरेलू हिंसा,लैंगिक असमानता,कन्या भ्रूण हत्या, बाल विवाह आदि से जुड़े अपने प्रश्न जिलाधिकारी के समक्ष पूछे, जिसका जिलाधिकारी ने सहजता से उन्हे समझाते हुए उत्तर दिया।
इसी क्रम में शकुंतला इंटरमीडिएट कॉलेज रविंद्र नगर की कक्षा 11 वी की छात्रा अनुराधा पांडेय ने जब प्रश्न पूछा तो तत्काल जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने अपने बगल में बैठा कर उसका मनोबल बढ़ाते हुए प्रश्नों को गंभीरता से सुना। कक्षा 11 वी की छात्रा अनुराधा पांडेय ने अपने मन में उठे प्रश्नों यथा नारी महत्वकांक्षा, नारी की सुरक्षा, सम्मान, इच्छाएं व माता पिता की इच्छाओं, बेटा बेटी में हो रही असमानताओं के संबंध में पूछा, जिसका जिलाधिकारी ने सहजता एवं विनम्रता के साथ उत्तर देते हुए उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। उन्होंने कहा सभी अपने घर से महिलाओं के सम्मान की शुरुआत करनी चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं से संबंधित संचालित योजनाओं यथा मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ वन स्टॉप सेन्टर, 181 महिला हेल्पलाइन 1098, 112,1090 , पति की मृत्युपरांत निराश्रित महिला से संबंधित योजनाओं की जानकारी देते हुए उन्हें जागरूक किया गया ।इस दौरान स्वयं सहायता समूह और कोविड के अंतर्गत लंबित भुगतान की शिकायतों के संबंध ने जिलाधिकारी ने संज्ञान लेते हुए तत्काल डीडीओ , डीसी मनरेगा और डीपीओ को तत्काल निस्तारित करने हेतु निर्देशित किया।
इसी क्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि समाज में महिलाओं की भूमिका अतुलनीय है उनका योगदान समाज के निर्माण में सबसे ज्यादा है। ऋग्वेद की ऋचाओं की चर्चा करते हुए गार्गी, लोपामुद्रा विदुषियों के योगदानों के बारे में बताया। उन्होंने कहा वैदिक काल से ही महिलाओं को सम्मान दिया जा रहा है ।आज अभिनव भारत के निर्माण में नारी सुरक्षा, नारी सम्मान व नारी स्वावलंबन हेतु प्रत्येक महिलाओं को शिक्षित होना अनिवार्य है
क्योंकि शिक्षित माता एवं बेटियां ही सभ्य व शिक्षित समाज का निर्माण करती है तथा इसकी शुरुआत हमें अपने घर से करनी चाहिए। घर की महिलाओं एवं बेटियों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए तथा महिला सशक्तिकरण हेतु अपने आसपास जागरूक करते हुए महिलाओं एवं बेटियों को सम्मान, सुरक्षा प्रदान करना चाहिए। इसके लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है। शासन की मंशा के अनुसार प्रत्येक क्षेत्र में यथा कला, साहित्य, विज्ञान आदि में महिलाएं आज बेटियां परचम लहरा रही हैं। आने वाले समय महिलाओं का है। आज वे शिक्षा ग्रहण कर आर्थिक स्वतंत्र तथा आत्मनिर्भर होकर समाज में अपने परिवार को आर्थिक सुदृढ़ता प्रदान कर रही है। मिशन शक्ति के तहत महिलाओं के स्वावलंबन, सुरक्षा व सशक्तिकरण हेतु प्रशासन एवं महिला कांस्टेबल प्रत्येक गांव गांव जाकर उन्हें प्रभुत्वशाली, सशक्त बनाने हेतु जागरुक कर रही हैं। उनके अधिकारों से उन्हे रूबरू करा रही है।
मुख्य विकास अधिकारी ने सबका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज का समय महिलाओं के लिए सकारात्मक है एवं अपार संभावनाओं से भरा हुआ हैं।आप सभी शिक्षा के माध्यम से प्रतिभा को दिखाते हुए अवसरों को ग्रहण करें और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने का संकल्प लें।अपने संकल्प को पूर्ण करने हेतु सर्वस्व दे। लगातार प्रयासरत रहे एवं अपने कृत कार्यों से समाज के समक्ष उदाहरण प्रस्तुत करे।
डीडीओ कल्पना मिश्रा ने सबका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा सबसे बड़ा हथियार है जिससे आप दूसरों की सहायता करते हुए अपने समाज अपने परिवार की कुरीतियों को दूर करते हुए आर्थिक रूप से सुदृढ़ एवं आत्म निर्भर बना सकती हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पुलिस प्रशासन हमेशा आप महिलाओं के साथ हैं ।किसी भी क्षेत्र में अगर शोषण हो रहा हो तो तुरंत इसकी रिपोर्ट आप कर सकते हैं ।सभी थानों में महिला डेस्क हेल्पलाइन और टोल फ्री नंबर है जो आपकी सहायता के लिए हमेशा तत्पर एवं कटिबंध है।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी, अपर पुलिस अधीक्षक रितेश कुमार सिंह, डीडीओ कल्पना मिश्रा, डीपीआरओ आलोक प्रियदर्शी, डीपीओ विनय कुमार, डीसी मनरेगा, शिक्षिका, आंगनवाड़ी कार्यकत्री, स्टाफ नर्स, महिला सिपाही, छात्राए आदि उपस्थित रहे।