जो चीज इंसान के लिए फायदेमंद होती है वह हमेशा बाकी रहती हैं : मौलाना जमाल अब्बास नकवी
लखनऊ : शीश महल लखनऊ स्थित सैयद ताहिर हुसैन ज़ैदी के मकान पर एक वार्षिक मजलिस का आयोजन किया गया। इस मजलिस को मौलाना सैयद जमाल अब्बास नकवी ने किताब किया। मजलिस का आगाज तिलावत ए कलामे पाक से हुआ और उसके बाद शोअरा के जरिए नज़रानए अकीदत पेश किया गया
मजलिस में मौलाना ने कुरान के हवाले से गुफ्तगू करते हुए कहा की जो चीज इंसान के लिए फायदेमंद होती है वह हमेशा बाकी रहती है। मौलाना ने कहा कि इसीलिए हुसैन की शख्सियत और हुसैन का तज़केरा बाकी है क्योंकि वह इंसान को फायदा पहुंचती है
मौलाना ने कहा कि जब इमाम हुसैन दुनिया में आए तो भी उन्होंने फायदा पहुंचाया और जब दुनिया से जा रहे थे तो भी इंसान को फायदा पहुंचा कर गए। मौलाना ने कहा कि जब इमाम की विलादत हुई तो उन्होंने सजा भुगत रहे फितरूस को बालो पर अता किए और जब इस दुनिया से जा रहे थे तो एक गुनहगार को उस की खताएं बख्श के उसे अलैहिस्सलाम बना दिया
मजलिस के आखिर में मौलाना ने इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के मसायब बयान करते हुए बताया कि किस तरह इमाम घोड़े से जमीन पर तशरीफ लाए। इस आलम में कि इमाम हुसैन का जिस्म तीरों के ऊपर मोअल्लक रहा।