लखनऊ: कैलिफोर्निया में लगी आग ने सबका ध्यान अमेरिका की तरफ खीचा है. बेकाबू आग को अमेरिकी दमकल कर्मी काबू पाने में नाकाम साबित हो रहे हैं और दुनिया के कई देशों ने अमेरिका की ओर मदद का हाथ बढ़ाया है. अब अमेरिका के कट्टर दुश्मन देश ने भी आग से बचाव के लिए अमेरिका की मदद करने की बात कही है. फतेमेह मोहजेरानी ने कहा कि इंसान दूसरे देशों के घरों और प्राकृतिक संसाधनों के विनाश को देख कर शांत नहीं रह सकता, चाहे इसकी वजह युद्ध हो या प्रकृति का प्रकोप. उन्होंने कहा कि कैलिफोर्निया के लोगों के साथ, जो अपने घरों से अलग हो गए हैं. आग में अपने घर और संपत्ति खो चुके हैं और गंभीर जलवायु परिवर्तन के कारण इस विनाशकारी जंगल की आग को झेल रहे हैं. हमारी सहानुभूति आपके साथ है.
ईरान की सरकार ने शनिवार को कैलिफोर्निया में लगी आग को रोकने में अमेरिका के अधिकारियों की मदद करने के लिए हाथ बढ़ाया है. पेजेशकियन प्रशासन की प्रवक्ता फतेमेह मोहजेरानी ने कहा, “ईरानी रेड क्रिसेंट सोसाइटी कैलिफोर्निया में आग से निपटने के लिए अपनी रैपिड रेस्पोंस यूनिट भेजने के लिए तैयार है.
ईरान की हार्डलाइनर मीडिया ने लॉस एंजिल्स की आग को ईश्वरीय क्रोध का नतीजा और गाजा संघर्ष में इजराइल का समर्थन करने के लिए अमेरिका की सजा बताया है. मोहजेरानी ने भी कैलिफोर्निया की आग और मध्य पूर्व संघर्षों के बीच संभावित संबंध की और इशारा करते हुए कहा, “हम उन हजारों विस्थापित लोगों के दुख को याद करते हैं, जिन्होंने दूसरों के स्वार्थ और युद्ध-उत्तेजना के कारण कष्ट झेले हैं.”
Citizen Voice, Correspondent, Lucknow