
रायबरेली : जिला जज अब्दुल शाहिद व डीएम वैभव श्रीवास्तव के साथ अमेठी के डीएम अरुण कुमार ने रायबरेली के जिला कारागार का सयुक्त रूप से महिला/पुरूष बन्दी गृह का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान दोनो जिले के एसपी रायबरेली श्लोक कुमार व अमेठी दिनेश सिंह उपस्थित रहे। महिला बैरक, कारागार चिकित्सालय व अन्य बन्दियों की बैरकों का निरीक्षण किया गया। चिकित्सालय में भर्ती बंदियों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी भी ली गई एवं उनके समुचित उपचार हेतु डॉक्टरों को निर्देश दिए
जिला जज व डीएम-एसपी ने बैरकों में कैदियों के सामानों एवं बिस्तरों की सघन तलाशी ली गयी। बैरकों में नियमित रूप से साफ-सफाई कराने हेतु जेल अधीक्षक को निर्देशित किया। जेल के अन्दर किसी भी तरह के प्रतिबन्धित सामाग्री को अन्दर कदापि न जाने दिया जाये। इसके अलावा पूरी तहर से जेल के सिस्टम के अनुरूप कार्य किये जाये। अधिकारियों द्वारा कैदियों से बात-चीत कर उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी गई। बन्दियों द्वारा परिवार के लोगों से मुलाकात करने की समस्या , जिस पर अधिकारियों ने बन्दियों को अवगत कराया कि शासन के निर्देश पर कोविड-19 के दृष्टिगत मुलाकात बंद है। इसके लिए उन्होंने फोन के माध्यम से बंदियों के घरवालों से बात कराने के निर्देश जेल अधीक्षक को दिए। जिला जज दोनो डीएम
ने जिला कारागार में रसोई घर का भी निरीक्षण किया और कहा कि साफ-सफाई के साथ गुणवत्ता युक्त भोजन बनाये जाने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान डीएम कि प्रतिदिन समस्त बैरकों में बन्दियों की सघन तलाशी करायी जाये। यदि किसी बन्दी के पास कोई आपत्तिजनक वस्तुयें बरामद हो तो तत्काल सम्बन्धित के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाये। बन्दियों के भोजन गुणवत्ता की भी समय पर जांच कराते रहे तथा शौचालय एवं नालियों आदि की समुचित सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये
निरीक्षण के दौरान उन्होंने कोरोना के संक्रमण से समुचित बचाव, मास्क का प्रयोग करने के साथ सोशल डिस्टेसिंग बनाते हुए कार्य किया जाये। जिला करागार की साफ-सफाई अन्य कमियों के लिए जेल प्रशासन को उचित-दिशा निर्देश दिये। उन्होंने जेल में अपराधियों से मिलने आने वाले लोगों की भी जानकारी प्राप्त करने के साथ ही स्वास्थ्य प्रोटोकाल व शासन द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन करने के निर्देश दिये। जिला जज, डीएम-एसपी ने जेल की व्यवस्थाओं को नियामानुसार दुरूस्त रखने के साथ ही महिला/पुरूष बन्दी गृह एवं मरीजों के ईलाज में किसी भी प्रकार की कोई शिथिलता व लापरवाही न बरती जाये। बंदियों के खासी, जुखाम, बुखार आदि बीमारियों से ग्रस्त वाले बंदियों पर विशेष ध्यान दिया जाये। वृद्ध महिलाओं व बच्चों, बुजुर्ग आदि पर विशेष ध्यान दें। निरीक्षण के दौरान चल रहे सीसीटीवी कैमरों व कारागार की व्यवस्थाओं का जायजा लिया