अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर वृद्धा आश्रम सलेमपुर कोन में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम का आयोजन
लखीमपुर खीरी : अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर वृद्धा आश्रम सलेमपुर कोन में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम जिलाधिकारी द्वारा सरस्वती मां के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ
जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह द्वारा अपने संबोधन में कहा गया कि वृद्धजन हमारे समाज के सम्मानित सदस्य हैं। इनकी आवश्यकताओं और समस्याओं का निराकरण करना प्रशासन का प्रथम दायित्व है। जनता से और विशेषकर स्वास्थ्य विभाग से अनुरोध किया कि इनकी स्वास्थ्य व अन्य समस्याओं का पूर्ण ध्यान रखा जाए, इंगित किया कि वर्तमान में न्यूक्लियर परिवारों में यह समस्या अधिक है और ऐसे में घर के बच्चों और युवाओं का कर्तव्य है कि घर के बुजुर्गों को अकेला न छोड़ें और उनकी चिकित्सीय और सामाजिक समस्याओं का अधिक से अधिक ध्यान रखें, क्योंकि वृद्धजनों की शारीरिक क्षमता युवाओं से कमतर है इसके अतिरिक्त बुजुर्गों के अनुभवों से भी हमको ज्ञान प्राप्त करना चाहिए
इसके उपरांत कार्यक्रम के नोडल अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रविंद्र शर्मा ने इस दिवस को मनाए जाने का कारण बताते हुए कहा कि वर्ष 1961 में हमारी जनसंख्या का 5.6 प्रतिशत, वर्ष 2011 में 8.6 प्रतिशत, वर्तमान में जनसंख्या का लगभग दस प्रतिशत व्यक्ति वृद्ध है तथा 2026 में यह संभावित 12% होने की उम्मीद है। जिस कारण से वर्ष 2010 में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बढ़ती हुई बुजुर्गों की जनसंख्या व इनकी शारीरिक एवं मानसिक समस्याओं की देखभाल करने हेतु “वृद्धजन देखभाल राष्ट्रीय कार्यक्रम” का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत जिला चिकित्सालय में एक दस बेड का वातानुकूलित वार्ड, एक विशेषज्ञ चिकित्सक, एक फिजियोथेरेपिस्ट तथा स्टाफ नर्स आदि तैनात किए गए हैं और प्रतिदिन विशेषज्ञ डॉक्टर शिखर बाजपेई द्वारा उनका उपचार किया जा रहा है। वृद्ध जनों में जोड़ों का दर्द मोतियाबिंद आदि रोगों के साथ-साथ हृदय संबंधी रोग स्ट्रोक, कैंसर तथा डायबिटीज आदि बीमारियां प्रमुख हैं। जिस कारण से दो तिहाई मृत्यु प्रतिवर्ष होती है
इस दौरान मनोचिकित्सक डॉक्टर अखिलेश शुक्ला द्वारा वृद्धजनों में होने वाली मानसिक बीमारियों के बारे में विस्तार से बताया गया। इसके उपरांत समाज कल्याण अधिकारी श्री सुधांशु जी ने बताया कि उनका विभाग समय-समय पर वृद्धा आश्रम में उनकी जरूरतों की वस्तुओं का वितरण कर उनको प्रोत्साहित करता रहता है। इसके उपरांत जिलाधिकारी के कर कमलों द्वारा एनसीडी प्रकोष्ठ से उपलब्ध कराए गए फल एवं खाद्य सामग्री के पैकेट व समाज कल्याण विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए वस्त्रों को वृद्धजनों का माल्यार्पण कर उन्हें सौंपा गया एवं जिलाधिकारी के निर्देशन में कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ रविंद्र शर्मा द्वारा वृद्धा आश्रम को एक गरम पानी का गीजर प्रदत्त किया गया। साथ ही इनरव्हील क्लब द्वारा रेड क्रॉस सोसाइटी के माध्यम से वृद्धजनों को एक-एक तौलिया वितरित की गई। कार्यक्रम में वृद्ध रोग विशेषज्ञ डॉ शिखर बाजपेई, संस्था के प्रभारी एसबी सिंह, डॉ राकेश गुप्ता, विजय वर्मा, देवनंदन श्रीवास्तव, अतुल पांडे, विवेक मित्तल आदि की कार्यक्रम में विशेष सहभागिता रही।