आज जिला कारागार में बंद कैदियों के पुनर्वासन एवं उनके नैतिक‚ सामाजिक व आर्थिक उत्थान के उद्देश्य से मुख्य विकास अधिकारी‚ घनश्याम मीणा की अध्यक्षता में कुम्हारी कला में प्रशिक्षित बंदियों हेतु एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। दक्ष बंदियों को मिट्टी के दीपक बनाने हेतु दो इलेक्ट्रॉनिक चाक मीणा द्वारा दिए गए। सम्मानपूर्वक जीवन बिताने की महत्ता पर बल देते हुए कम से कम एक हज़ार दिये प्रत्येक बंदी द्वारा बनाने का आह्वान उन्होंने जेल में निरुद्ध समस्त 900 बंदियों से किया। इस अवसर पर उपस्थित डिप्टी कमिश्नर, राष्ट्रीय ग्रामीण साक्षरता मिशन, राम बहाल यादव, जिला उद्योग उपायुक्त, आशुतोष पाठक, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी, राकेश दुबे द्वारा बंदियों को अपने शब्दों द्वारा स्वरोजगार व अपराध से दूर रहने हेतु प्रेरित किया गया।
ग्रामोद्योग रोजगार योजना के अंतर्गत गोबर से बनी धूपबत्ती, अगरबत्ती, दीपक व लोबान आदि पर्यावरण को बचाने में सहायक बायोडिग्रेडेबेल उत्पादों को निर्मित करने का प्रशिक्षण बंदियों के कल्याणार्थ रीता कुमार द्वारा दिलवाए जाने का आश्वासन सी.डी.ओ. महोदय द्वारा दिये जाने से बंदी बड़े उल्लास से भर गए। मुख्य विकास अधिकारी महोदय ने बंदिनियों द्वारा बनाई गई रंगोली को प्रोफे़शनल लोगों द्वारा बनाई गई प्रतीत हो रही है, ऐसा कह कर अत्यंत प्रशंसा की।अंत में जेल अधीक्षक, हर्षिता मिश्रा द्वारा उन्हें बुके देकर तथा वोट ऑफ़ थैंक्स देकर कार्यक्रम का समापन किया गया। कारापाल, गिरिजा शंकर यादव समेत समस्त स्टाफ़ व सुरक्षा कर्मी पूर्ण सतर्कता पूर्वक उपस्थित थे।