
निंदूरा बाराबंकी : आर्यावर्त ग्रामीण बैंक खिंझना में स्थानीय शाखा के कर्मचारियों की तानाशाही कार्यप्रणाली के चलते खाताधारकों को तमाम कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है कर्मचारियों की तानाशाही से तमाम खाताधारकों ने खाता बंद करने का मन बना लिया है कर्मचारियों की लापरवाही को लेकर खाताधारकों शिकायत भी दर्ज कराने की बात कही है उल्लेखनीय है कि खिंझना चैराहे के निकट बैंक की स्थानीय शाखा कार्यरत है इस शाखा के कर्मचारियों के खराब व्यवहार के कारण हो रही समस्या प्रमुख कारण है तकनीकी समस्या के उपरांत बैंक में जाने पर बैंक के कर्मचारियों द्वारा दुर्व्यवहार करना समय से कामना करना सरवर की समस्या बताना आम बात हो गई है
खाताधारक अमरनाथ ग्राम प्रधान पंकज आदि खाताधारकों ने बताया कि बैंक की स्टाफ में एक प्रेम प्रकाश जो खाताधारकों से पासबुक छपवाने का 300 रुपए खाताधारकों से लेते हैं यहां तक नहीं बल्कि ग्राम प्रधानों से भी नरेगा का पेमेंट में पैसा मांगते हैं व बुजुर्ग जब पैसा देने से मना करते हैं तो प्रेम प्रकाश पासबुक फेंक देते हैं। ग्राम प्रधान अमरनाथ ने बताया कि प्रेम प्रकाश के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि मनरेगा का पैसा जब उसमें से कमीशन मिलेगा तभी आपका काम किया जाएगा नहीं तो आप ऐसे बैठे रहेंगे आर्यावर्त ग्रामीण बैंक स्टाफ द्वारा हम लोगों 1 खाताधारकों से दुर्व्यवहार किया जा रहा है जबकि ग्रामीण क्षेत्र होने की वजह से अशिक्षित वर्ग भी बड़ी संख्या में बैंक से जुड़ा है बैंक द्वारा छोटी-छोटी समस्याओं पर भी खाताधारकों को पूरा पूरा दिन बैंक परिसर में बैठना पड़ता है और कई दिन तक एक काम के लिए बैंक जाना पढ़ रहा है।