कानपुर। इंजीनियर आरजू हत्याकांड में फोरेंसिक जांच रिपोर्ट को तवज्जो ना देते हुए पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर ही अंतिम मुहर लगाकर जांच आगे बढ़ा दी है। दहेज हत्या में ही आरोपियों पर केस चलेगा। नामजद अन्य आरोपियों की भूमिका तलाशने के बाद उन पर कार्रवाई होगी।
नौबस्ता के केशव नगर डब्ल्यू ब्लॉक निवासी अमनदीप की शादी शहडोल (मध्य प्रदेश) की रहने वाली इंजीनियर आरजू कटारे की शादी बीती 8 दिसंबर को हुई थी। इसके बाद 25 दिसंबर को आरजू की हत्या कर दी गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घोंटकर मारने की पुष्टि हुई थी। पुलिस ने दहेज हत्या की धारा में केस दर्ज कर पति अमनदीप को जेल भेज दिया था।इस बीच फोरेंसिक टीम ने सवाल खड़े किए थे। जांच टीम यह पुष्टि नहीं कर सकी थी कि आखिर दम कैसे घोटा गया। उधर पुलिस हत्या या हादसा में उलझ गई थी। स्टेट फोरेंसिक टीम से भी जांच कराई गई है। रिपोर्ट आनी बाकी है।
इस बीच पुलिस ने केस की जांच आगे बढ़ा दी है। डीआईजी डॉ.प्रीतिंदर सिंह का कहना है कि दहेज हत्या का केस चलेगा। फोरेंसिक रिपोर्ट की अपेक्षा पोस्टमार्टम रिपोर्ट ज्यादा अहम है। उसमें हत्या की पुष्टि हुई है। जो आरोप मृतका के परिजनों ने लगाए हैं,उसी आधार पर जांच जारी रहेगी।
आरजू की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला था कि उसके होंठ पर जख्म हैं। दांतों के ऊपर मसूड़ों में भी चोट थी। पुलिस अफसरों के मुताबिक इस तरह की चोट तभी आती है जब मुंह कसकर दबाया जाए। इसमें आरजू का मुंह दबाया गया,जिससे दम घुटने से उसकी मौत हो गई।