लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बकरीद के अवसर पर शनिवार को ईदगाह, लखनऊ पहुंचकर मुस्लिम भाइयों को ईदुज्जुहा की बधाई दी। ईदगाह के तैयब हाल में उन्होंने मुस्लिम समाज के प्रतिनिधि मौलानाओं और अन्य प्रतिष्ठित लोगों से मुलाकात की। मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने अखिलेश यादव का इस्तकबाल किया। इस दौरान अखिलेश यादव के साथ पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी भी मौजूद रहे
अखिलेश ने कहा कि फिरंगी महल लखनऊ का वह ऐतिहासिक स्थल है। जहां 1921 व 1926 ईसवीं में महात्मा गांधी आकर यहां ठहरे थे। अब्दुल मजीद फिरंगी महली और मौलाना अब्दुल बारी फिरंगी महली दो शख्सियतें थीं। जिन्होंने गांधी की मेहमान नवाजी की। स्थानीय ईदगाह 300 वर्ष से वजूद में है। इस मौके पर मौलाना खालिद रशीद फिरंगीमहली सहित मौलाना नईउर रहमान, एजाज अहमद, रशीद मिनाई, तारिक खान, मोहम्मद यामीन खान, शराफत, सूफियान मौलाना, नईम अहमद, अदनान खान, सऊद रईस, सैफसलमान और रिजवान की मौजूद रहे।
अखिलेश यादव ने ईदगाह जाते हुए नाका हिण्डोला फ्लाई ओवर के अभी तक न बनने पर दुःख और क्षोम व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि लखनऊ में भाजपा सरकार का इकलौता यह फ्लाई ओवर हुसेनगंज चैराहे से नाका हिण्डोला होते हुए ईदगाह तक जाएगा। यह फ्लाई ओवर तीन वर्ष से बन रहा है किन्तु अभी तक अधूरा है, पता नहीं कब पूरा होगा? भाजपा सरकार ने सड़कों के गड्ढे भरने की जगह उनकी तादाद और बढ़ा दी है। जनता इससे परेशान है। अखिलेश ने वहां मौजूद लोगों से चर्चा करते हुए कहा कि कोरोना की महामारी से बचाव के लिए हमें सावधानी बरतनी चाहिए। मास्क लगाकर और आपस में दूरी बनाकर हमें अपनी सुरक्षा करनी होगी।
उन्होंने कहा कि पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों ने कोरोना संकट में प्रशंसनीय कार्य किया है। जबकि उनके स्वास्थ्य के लिए भी चुनौती कम नहीं हैं। डाॅक्टरों, विधायकों को कोरोना पीड़ित होने पर भी बेड नहीं मिल रहा है। क्या यही भाजपा सरकार की कोरोना से निपटने की तैयारी हैं