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अल्लाह ने अहलेबैत को कायनात पर हुकूमत दी है यह हाकिमे कायनात हैं इनके इशारों पर पूरी कायनात चलती है : मौलाना कल्बे जवाद

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लखनऊ : अकबर तुम्हें मालूम है क्या मांग रहे हो, एक बाप से मरने की रिजा मांग रहे हो&https://www.youtube.com/channel/UCcj8JxdUrXPVdAxW-blFheA8221;। कर्बला के मैदान में हजरत अली अकबर अलैहिस्सलाम अपने वालिद हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम से मैदाने जंग में जाने की इजाजत मांग रहे थे। इमाम ने कहा मैं तुम्हे कैसे इजाजत दूं तुम तो हम शक्ले पयम्बर हो। छह मोहर्रम का दिन हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के अठारह साल के जवान बेटे हजरत अली अकबर अलैहिस्सलाम से मंसूब है। बुधवार की मजलिसों में उलमा ने हजरत अली अकबर अलैहिस्सलाम की दर्दनाक शहादत को बयान किया। जिसे सुनकर अजादारों में कोहराम मच गया।

इमामबाड़ा गुफरामाआब चौक में मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि अल्लाह ने अहलेबैत को कायनात पर पर हुकूमत दी है। यह हाकिमे कायनात हैं इनके इशारों पर पूरी कायनात चलती है। मौलाना कहा कि हजरत इमाम हुसैने के बेटे हजरत अली अकबर अलैहिस्सलाम हजरत मोहम्मद साहब (स.) की हम शक्ल थे। हजरत अली अकबर को शहजादी हजरत ज़ेनब (स.अ.) ने पाला था। जब उनके सीने में लगे तीर को हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम ने निकाल तो तीर के साथ उनका दिल भी बाहर आ गया।

मादरसा-ए-नाजमिया विक्टोरिया स्ट्रीट में आनलाइन मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना हमीदुल हसन ने कहा कि अजादारी जुल्म के खिलाफ एहतिजाज है। यह कभी खत्म नहीं होगी। उन्होंने कहा की अज़ा  है, शाने अजा ।  सबील, सोज, सलाम, मर्सिया, मातम, आग पर मातम आर जंजीर का मातम यह है शाने अजा। शाने अजा घटती बढ़ती रहेगी लेकिन अजादारी नहीं घटेगी। मौलाना ने कहा कि आप आपने घर में बैठकर मर्सिया आर नौहे सुनकर या पढ़कर आंखों में आंसू आ गये तो अजादारी हो गयी अजादारी खत्म नहीं होगी क्योंकि अजादारी का वायदा हजरत रसूले खुदा ने अपनी बेटी से किया है।

इममाबाड़ा जन्नतमाब तकी साहब चौक में मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि जब कयामत के दिन इंसान से सवाल-जवाब होंगे और हर इंसान अपने अपने आमाल को पेश करके खुशी-खुशी स्वर्ग की तरफ जा रहा होगा कि एक बार कुदरत की आवाज आएगी उन्हें रोको उनसे सवाल किया जाएगा। यह वही सवाल है जिसके बारे मे हजरत मोहम्मद साहब से कहा गया था कि ऐ रसूल उस चीज को पहंचा दें जिस चीज का हुक्म दिया जा चुका है और हजरत मोहम्मद साहब ने सवा लाख के मजमें में हजरत अली की विलायत को पहुंचाकर बताया कि यही वह सवाल है जिसके पूछने के लिए कयामत के दिन रोका जाएगा।

इमामबाड़ा आगा बाकिर चौक में मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना मीसम जैदी ने कहा कि घर भर की चहीती शख्सियत का नाम हजरत अली अकबर अलैहिस्सलाम है। मौलाना ने कहा कि हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम कहते थे कि जब मेरा दिल चाहता था कि नाना की जियारत करू तो मैं अली अकबर अलैहिस्सलाम की सूरत देख लिया करता हूं। यही वजह है कि जब हजरत अली अकबर मैदान में जा रहे थे तब इमाम ने बेटे का बाजू पकड़कर कहा परवरदिगार तेरी राह में मैं उसे भेज रहा हूं जो सूरत मेें, सीरत, में, रफ्तार में गुफ्तार में पैगम्बर से मिलते थे। जब मौलाना ने हजरत अली अकबर (अ.स.) की शहादत का मंजर बयान किया तो अजादारों की सिसकिया बंध गयी।

शाही मेंहदी का जुलूस स्थगित


लखनऊ। हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के भतीजे और हजरत इमाम हसन अलैहिस्सलाम के बेटे हजरत कासिम अलैहिस्सलाम की याद में बृहस्पतिवार को होने वाला कार्यक्रम कोविड-19 आैर सरकार द्वारा जारी गाइडलाईन पर अमल करते हुए स्थगित कर दिये हैं। सात मोहर्रम के मौके हुसैनाबाद ट्रस्ट की ओर से इमामबाड़ा आसिफी हुसैनाबाद से ऐतिहासिक शाही मेंहदी का जुलूस निकाला जाता था। इस संबंध में आसिफी इमामबाड़ा के प्रभारी हबीबुल हसन ने बताया कि यह जुलूस स्थगित कर दिया है। इसी तरह कश्मीरी मोहल्ला स्थित मस्जिद शर्गा पार्क में भी हजरत कासिम की मेंहदी, इमामबाड़ा तकी साहब चौक में &https://www.youtube.com/channel/UCcj8JxdUrXPVdAxW-blFheA8216;शादी जनाबे कासिम का दिल सोज मंजर&https://www.youtube.com/channel/UCcj8JxdUrXPVdAxW-blFheA8221; की जियारत नहीं होगी आैर कर्बला दयानुतद्दौला सआदतगंज में &https://www.youtube.com/channel/UCcj8JxdUrXPVdAxW-blFheA8216;यौम-ए-हजरत कासिम&https://www.youtube.com/channel/UCcj8JxdUrXPVdAxW-blFheA8221; भी नहीं मनाया जायेगा।

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