उरई। बाल विकास परियोजना कदौरा में मुख्य सेविका पद पर तैनात ऊषा देवी द्वारा न्याय पंचायत बबीना तथा हरचन्द्रपुर में अनावश्यक रूप से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को परेशान कर उत्पीड़न किया जा रहा है। अवैध रूप से कागजी कार्य कराने के लिए सभी बहनों से सुविधा शुल्क बसूली जाती है न देने पर वह अकारण परेशान करती है। मुख्य सेविका से परेशान व नाराज आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन को शिकायती पत्र सौंपते हुए न्याय की गुहार लगाई।
न्याय पंचायत बबीना एवं हरचन्द्रपुर में तैनात आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने डीएम को शिकायती पत्र सौंपते हुए बताया कि बाल विकास परियोजना कदौरा मंे मुख्य सेविका पद पर तैनात ऊषा देवी द्वारा अनावश्यक परेशान किया जा रहा है। जिससे सभी आंगनवाड़ी कार्यकत्री दुखी है। उनके शोषण तथा उत्पीड़न से सभी बहने परेशान है। इतना ही नहीं मुख्य सेविका द्वारा किसी भी कागजी दस्तावेज पर हस्ताक्षर करवाने व प्रमाणपत्र आदि को प्राप्त करने के लिए बात-बात पर अवैध बसूली की जाती है। 500 से 1000 रुपये मुख्य सेविका द्वारा मांगे जाते है। प्राइमरी प्रमाण पत्र देने पर 200 रूपये मांगे जा रहे है। पैसा न देने पर अभी तक कार्यकत्रियों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं कराये। उन्होनें कहा कि मासिक रिपोर्ट जमा करने पर 10 रुपये लेती है। जो आंगनवाड़ी बहिने पैसे नहीं दे पाती उनकी वह मासिक रिपोर्ट जमा नहीं करती बल्कि केन्द्र की फोटो खीचकर कार्यकत्रियों को मीडिया आदि का भय दिखाते हुए परेशान करती है। इस संबंध में 1 मार्च 2021 को उपजिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया था। जिसमें सीडीपीओ माधोगढ़ कपिल शर्मा व सीडीपीओं अंकिता वर्मा द्वारा जांच की गई थी। जिसमें सभी बहिनों को बुलाकर बयान लिए गए थें। मगर बयानों के आधार पर अब तक समस्या का हल नहीं हुआ। सभी आंगनवाड़ी बहिनों ने मांग की है कि मुख्य सेविका को अटैचमेंट से हटाकर उनके पोस्टिंग स्थान कुठोैंद ब्लाक या अन्य कहीं भेजा जायें। जिससे आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को निजात मिल सके। इस मौके पर विद्या देवी, आशा देवी, माया देवी, रेखा, संगीता, गायित्री, सुलोचना, राधा सहित अनेक आंगनवाडी बहिनें मौजूद रही।