लखनऊ : दिल्ली की तर्ज पर लखनऊ के चारों तरफ डेरा डालने के निर्णय को भाकियू ने फिलहाल टाल दिया है। अब पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर के खतौली में होने वाली किसानों की पंचायत में इस पर निर्णय लिया जाएगा। दरअसल, बीती 26 जुलाई को लखनऊ में संयुक्त किसान मोर्चा ने एलान किया था कि किसानों की मांगों को लेकर मोर्चा मिशन यूपी एवं उत्तराखंड’चलाएगा। मोर्चा ने कहा था कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं होंगे, दिल्ली बॉर्डर पर धरना चलता रहेगा। इस मौके पर भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एलान किया था कि सरकार यदि किसानों की बात नहीं सुनेगी तो दिल्ली की तर्ज पर लखनऊ के चारों तरफ डेरा डालेंगे। अब तय किया गया है कि पांच सितंबर को खतौली में होने वाली किसान महापंचायत में इस पर फैसला किया जाएगा। राकेश टिकैत ने भी इसकी पुष्टि की है।
उन्होंने कहा कि पंचायत में ही आगे की रणनीति तय होगी। ऐसे में माना जा रहा है कि भाकियू लखनऊ में मोर्चा खोलकर दो जगह पर अपनी ताकत बांटना नहीं चाहती है। पहले रणनीति थी कि लखनऊ में भी दबाव बनाया जाए, लेकिन इससे आशंका है कि किसानों की ताकत कहीं बंट न जाए। ऐसे में भाकियू पूरी तैयारी के साथ ही कोई कदम उठाना चाह रही है। लखनऊ में आंदोलन पर विचार के लिए आगे बढ़ाया गया समय इसी रणनीति का परिणाम माना जा रहा है।