New Ad

आयुर्वेद महासम्मेलन की शुरुआत, सीएम योगी बोले- आयुर्वेद को ले जाएंगे आगे

0

मेरठ:मुख्यमंत्री योगी आज मेरठ दौरे पर पहुंचे। इस दौरान योगी आदित्यनाथ चरण सिंह विश्वविद्यालय में कार्यक्रम आयुर्वेद महासम्मेलन का उद्घाटन में पहुंचे। यह कार्यक्रम 11 मार्च से 13 मार्च तक चलेगा। इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति, राज्यपाल उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरठ में आयुर्वेद महासम्मेलन की शुरुआत हो गई है। आयुर्वेद का हमारे जीवन में बहुत महत्व है,

मानव चिकित्सा में आयुर्वेद का महत्व है। उन्होने कहा कि यूपी में कुल 3659 आयुष अस्पताल हैं। हम आयुर्वेद को और आगे ले जाने का काम करेंगे।दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में देश विदेश के आयुर्वेद और योगा विशेषज्ञ शिरकत कर रहे हैं। पतंजलि योगपीठ के वैद्यराज आचार्य बालकृष्ण समेत समेत कई आयुर्वेदाचार्य और नाड़ी विशेषज्ञ मरीजों की चिकित्सा के लिए भी यहां मौजूद रहें। यह कार्यक्रम गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की चिकित्सा और आयुर्वेद विधा के डॉक्टर्स को देश विदेश के विशेषज्ञों से जोड़ने के मकसद से आयोजित किया गया है। इस दौरान आयुर्वेदा पर रिसर्च करने वाले कई विशेषज्ञों के रिसर्च पेपर्स का भी प्रेजेंटेशन होगा।योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत की परंपरागत पिछले नौ वर्ष के अंदर एक लंबी छलांग लगा करके दुनिया के अंदर छाने की स्थिति में है और सचमुच इसका श्रेय अगर किसी को दिया जा सकता है तो इस देश के प्रधानमंत्री Narendra Modi जिन्होंने पहली बार परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों को आयुष मंत्रालय के रूप में लेकर के योग, आयुर्वेदिक, OPEC यूनानी सिद्धांत प्राकृतिक चिकित्सा इन सबको लेकर के मंत्रालय का गठन किया योग को दो हज़ार सोलह से इक्कीस June की तिथि को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में आज पूरी दुनिया मनाने के लिए उत्सुक है।

उन्होने कहा कि इक्कीस June को दुनिया का कोई देश नहीं जहाँ पर पूरा देश, पूरी दुनिया कोई प्रांत, कोई जनपद, कोई शहर, कोई कस्बा, कोई गाँव, कोई परिवार ऐसा नहीं होता है जो योग की क्रिया के साथ किसी ना किसी रूप में जुड़ता हो। उन्होने कहा कि भारत की इस परंपरा के साथ दुनिया को जोड़ने और उसी प्रकार से आयुर्वेद को दुनिया के अंदर स्थापित करने के प्रधानमंत्री के जो प्रयास प्रारंभ हुए हैं उन प्रयासों का परिणाम आज हम सबके सामने है।योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर हमारे पास तीन हजार नौ सौ उनसठ आयुष चिकित्सालय संचालित है जिनमें आयुर्वेद के दो हजार एक सौ दस के एक हजार पाँच सौ चौरासी यूनानी के दो सौ चौवन चिकित्सालय तथा आयुष चिकित्सालयों के माध्यम से भी प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रों में हम आरोग्यता संपूर्ण आरोग्यता के लक्ष्य को प्राप्त करने के कार्य कर रहे हैं। उन्होने कहा कि एक सौ पाँच आयुष महाविद्यालय Uttar Pradesh के अंदर कार्यरत हैं जिनमें उन्यासी महाविद्यालय आयुर्वेद के पंद्रह यूनानी के और ग्यारह Homeopathy के भी महाविद्यालय वर्तमान में Uttar Pradesh के अंदर कार्यरत हैं।उन्होने कहा कि प्रदेश लगातार अपनी परंपरागत इन चिकित्सा पद्धतियों को प्रोत्साहित करने के लिए पूरी पवित्रता के साथ कार्य कर रही है मेरा आप सब से भी होगा हमें स्वयं भी अपने आप पर गौरव के अनुभूति करनी चाहिए लेकिन जब तक आप स्वयं ही इसके बारे में इसका एहसास नहीं कराएँगे आपकी गौरव की अनुभूति कोई दूसरा करा पाएगा

Leave A Reply

Your email address will not be published.