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कबाड़ में बेच दीं सर्व शिक्षा अभियान के तहत वितरित होने वाली किताबें अब जांच में जुटे अधिकारी

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कानपुर : सर्व शिक्षा अभियान के तहत सरकारी विद्यालयों से बच्चों को निशुल्क किताबों का वितरण किया जाना है। लेकिन क्षेत्र के इमिलिया गांव के कन्या जूनियर स्कूल के एक अध्यापक ने किताबें कबाड़ी को बेच दीं। मामला प्रकाश में आने पर जांच शुरू है। मुस्करा निवासी कबाड़ी अनिल ने बताया वह कबाड़ खरीदने का काम करते हैं। रोज की भांति गुरुवार को कबाड़ खरीदने के लिए फेरी लगाते इमिलिया गांव पहुंचे। जहां कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय के अध्यापक जयचंद ने उन्हें बुलाया और विद्यालय में रखी किताबें बेचने को कहा। बताया उन्होंने वहां से 28 किलो किताबें पांच रुपये प्रति किलो के भाव में खरीदीं। जो कि गिनती में लगभग एक सैकड़ा से ऊपर हैं। जिनके एवज में उन्होंने अध्यापक को तौल के हिसाब से पैसे भी दिए हैं। बताया उन्होंने किताबें मुस्करा में एक थोक कबाड़ी की दुकान में लाकर बेच दीं।

सभी किताबें सत्र 2020-21 की थी। इस मामले में खंड शिक्षाधिकारी समर सिंह ने बताया मामला उनके संज्ञान में आया है। जिसकी उन्होंने स्थलीय जांच की है। बताया जो भी तथ्य सामने आता है उसके अनुसार उच्च अधिकारियों को अवगत करा विभागीय कार्यवाही की जा रही है।जबकि आरोपी अध्यापक जयचंद्र का कहना है कि उन्होंने सिर्फ विद्यालय की रद्दी कचरा ही बेचा है। इस दौरान विद्यालय में दो अनुदेशकों में प्रियंका आर्य 16 अगस्त से, प्रियंका यादव गुरुवार को नदारत मिलीं। वहीं अतुल कुमार मौजूद मिले। बीएसए सतीश कुमार ने कहा मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी को दी है। जांच पूरी होते ही संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

सोशल मीडिया में वीडियो वायरल

गहरौली गुरुवार को किताबें बेचने का वीडियो सोशल मीडिया में डाला गया है। ग्रामीण शैलेंद्र यादव व सुदर्शन यादव ने कहा कि प्रधानाध्यापक जयचंद्र द्वारा कबाड़ी को एक बोरा नई किताबें बेची जा रही थी। ग्रामीणों को देख कबाड़ी मौके से भाग गया। ग्रामीणों ने पूरे मामले का वीडियो संबंधित बेसिक शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारी को भेजा। कहा कि छात्रों की संख्या के आधार पर विद्यालय में पुस्तकें भेजी जाती हैं।

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