अहमदाबाद ; संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर के अपमान को लेकर जहां देश भर में सियासी गरमाई हुई है तो वहीं दूसरी ओर गुजरात में पुलिस ने इस मामले में कड़ा एक्शन लिया है। अहमदाबाद में 22 तारीख को खोखरा इलाके में आंबेडकर की मूर्ति तोड़ी गई थी। इससे नाराज लोगों ने खोखरा बंद रखा गया था। अहमदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आरोपियों को अरेस्ट करने के बाद बुधवार को सार्वजनिक परेड करवाई। इस दौरान भीड़ ने जय भीम के नारे लगाए। पुलिस ने आरोपियों के लेकर खोखरा पहुंची और आंबेडकर की प्रतिमा के सामने ले जाकर माफी मंगवाई।
दो दोपहिया वाहनों पर सवार पांच संदिग्धों ने इस घटना को अंजाम दिया था। गिरफ्तार किए गए संदिग्धों की पहचान मेहुल ठाकोर और भोला ठाकोर के रूप में हुई है, जो ईदगाह सर्किल के पास जुगल दास नी चाली के निवासी हैं। पुलिस के अनुसारतीन अन्य फरार हैं। इनके नाम मुकेश, चेतन और जयेश हैं। अहमदाबाद पुलिस के ज्वाइंट सीपी (अपराध) शरद सिंघल के अनुसार इलाके में लगे 1,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई थी। इसके बाद पांच संदिग्धों की पहचान की गई थी। 20 ऑफिसर्स की टीम ने इस मामले को सुलझाया।
इसके बाद सीएम और गृह मंत्री हर्ष संघवी ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने का आदेश दिया था। अहमदाबाद पुलिस ने घटना पर संज्ञान लेने के बाद सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लेकर जांच शुरू की थी। अहमदाबाद शहर के खोखरा इलाके में श्री केके शास्त्री कॉलेज के सामने स्थित बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा पर कुछ अज्ञात लोगों ने नाक और चश्मा क्षतिग्रस्त कर दिया था।