
मुख्यमंत्री योगी ने ‘एलटी एक्सचेंज’ कार्यक्रम में बताई सफलता की राह, बोले— उत्तर प्रदेश बना देश की अर्थव्यवस्था का नया इंजन
मुख्यमंत्री योगी ने ‘एलटी एक्सचेंज’ कार्यक्रम में बताई सफलता की राह, बोले— उत्तर प्रदेश बना देश की अर्थव्यवस्था का नया इंजन
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सफलता और असफलता जीवन के दो महत्वपूर्ण आयाम हैं। यदि टीम के साथ सकारात्मक ऊर्जा और स्पष्ट दृष्टिकोण के साथ कार्य आरंभ किया जाए, तो सफलता निश्चित होती है। देर से मिलने वाली सफलता स्थायी होती है, जबकि शॉर्टकट से मिली सफलता क्षणिक रहती है। वे यहां न्यूज चैनल लाइव टाइम्स द्वारा आयोजित ‘एलटी एक्सचेंज’ कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लाइव टाइम्स ने एनसीआर से शुरुआत करते हुए कम समय में उल्लेखनीय यात्रा तय की है।मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश को देश का हृदय स्थल और भारत की आत्मा बताया। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है, जबकि 2017 से पहले यह सातवें स्थान पर था। 1950 में उत्तर प्रदेश अग्रणी राज्य था लेकिन 2014 से पहले यह पहचान के संकट से गुजर रहा था। 2017 से पहले प्रदेश का युवा अपनी पहचान के लिए संघर्ष कर रहा था और प्रति व्यक्ति आय देश के औसत से एक तिहाई कम रह गई थी। अब स्थिति बदल चुकी है—राज्य 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने आदिवासी समुदायों जैसे कोल, सहरिया, थारू और मुसहर तक सरकारी योजनाएं पहुंचाकर सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है। उन्होंने कहा कि जब नीति स्पष्ट और नीयत ईमानदार हो, तो सफलता निश्चित होती है। प्रदेश में 55% राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे नेटवर्क, सर्वाधिक मेट्रो संचालन, सर्वश्रेष्ठ रेलवे, एयर और इनलैंड वॉटरवे नेटवर्क है। देश की पहली रैपिड रेल और इनलैंड वॉटरवे उत्तर प्रदेश में चलाए जा रहे हैं। केंद्र की 45 से अधिक योजनाओं में प्रदेश अग्रणी है।स्वच्छ भारत मिशन की बात करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 में लक्ष्य के अनुसार पौने तीन करोड़ शौचालय बनाए जाने थे, लेकिन तब तक सिर्फ 40 लाख बने थे। सरकार ने सिर्फ एक वर्ष में 2.71 करोड़ शौचालय बनाकर लक्ष्य हासिल किया। इससे न केवल स्वच्छता बढ़ी, बल्कि इंसेफेलाइटिस और मलेरिया जैसी बीमारियों से भी राहत मिली। पहले हजारों बच्चों की जान लेने वाली इंसेफेलाइटिस अब लगभग समाप्त हो चुकी है।उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने अब तक 56 लाख गरीबों को आवास उपलब्ध कराए हैं। कानून-व्यवस्था में सुधार लाते हुए दंगामुक्त और भयमुक्त प्रदेश की नींव रखी गई है। हर समुदाय के पर्व-त्योहार अब शांतिपूर्वक संपन्न हो रहे हैं। पर्यटन के क्षेत्र में भी अभूतपूर्व उछाल देखने को मिला है। 2023-24 में प्रदेश में लगभग 66 करोड़ पर्यटक आए, जबकि महाकुंभ के अकेले आयोजन में भी इतनी ही संख्या दर्ज की गई। इस वर्ष कुल 100 करोड़ पर्यटकों के आगमन का अनुमान है।मुख्यमंत्री ने ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना को स्वदेशी और सम्मान का प्रतीक बताते हुए कहा कि इससे कारीगरों और हस्तशिल्पियों को न केवल आर्थिक मजबूती मिली, बल्कि त्योहारों पर विदेशी सामान की जगह अब स्थानीय उत्पादों का उपयोग बढ़ा है। कोरोना काल में राज्य सरकार ने 40 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिकों को एमएसएमई इकाइयों से जोड़कर उन्हें आजीविका का माध्यम प्रदान किया।मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में निवेश का अनुकूल माहौल बना है। पहले जहां निवेशक आने से कतराते थे, अब वही उत्तर प्रदेश को निवेश का बेहतरीन गंतव्य मानते हैं। 2023 के यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में राज्य को 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। टेक्नोलॉजी आधारित सिंगल विंडो सिस्टम से निवेशकों को सरल और पारदर्शी सुविधा दी जा रही है।कार्यक्रम के दौरान लाइव टाइम्स के एडिटर इन चीफ दिलीप सिंह, स्टेट हेड राजीव ओझा समेत कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।