
लखनऊ : कोरोना को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। अब कोरोना को मात दे चुके लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। लोगों की उलझन बढ़ गई है। डॉक्टरों का कहना है कि ठीक होने के बाद भी शरीर में वायरस का मृत आरएनए अंश की मौजूदगी रहती है। नतीजतन एंटीजेन रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है।
केजीएमयू के ब्लड एंड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की जांच में नेगेटिव हो चुके दो मरीजों की एंटीजेन रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। विभाग की अध्यक्ष डॉ. तूलिका चन्द्रा के मुताबिक दोनों लोग की नेगेटिव रिपोर्ट करीब एक माह पूर्व आई थी। 14 दिन का क्वॉरंटीन वक्त भी गुजारा। अस्पताल से छुट्टी से पूर्व इनकी आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। इसके बावजूद एक माह बाद एंटीजेन रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई।
उन्होंने बताया कि शरीर में वायरस के डेड आरएनए पड़े होते हैं। यह आरएनए नाक व मुंह में होते हैं। ऐसे में एंटीजेन के लिए जब नमूना लेकर जांच की जाती है तो उसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आती है।
तीन माह तक न कराएं जांच
देश में इस तरह के मामले बढ़ने पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी की है। जिसमें नेगेटिव हो चुके मरीजों से तीन माह तक कोरोना जांच न कराने की सलाह दी है। डॉक्टरों का कहना है कि एक बार कोरोना ठीक होने पर तीन माह तक उसके दोबारा होने की संभावना कम रहती है।
यहां ये हो रही जांचें
डॉ. तूलिका चन्द्रा ने बताया कि रक्तदान से पहले सभी मरीजों एंटीबॉडी जांच कराई जा रही है। वहीं प्लाज्मा दान करने से पहले एंटीजेन जांच कराई जा रही है।
प्लाज्मा दान के लिए यहां करें संपर्क
केजीएमयू के ब्लड एंड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग में प्लाज्मा बैंक हैं। प्लाज्मा दान करने के लिए Email-plasmabankkgmu@gmail.com पर संपर्क साध सकते हैं। जानकारी या असुविधा की दशा में 9415761773 पर भी संपर्क कर सकते हैं।