लखनऊ : कोरोना वायरस अभी रहेगा। वायरस का म्यूटेशन भी जारी रहेगा। पर, वक्त के साथ वायरस के धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की उम्मीद है। उसकी ताकत घटेगी। यह तभी संभव होगा जब सभी लोग बारी आने पर कोरोना से बचाव की वैक्सीन लगवाएंगे। कोरोना प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन करेंगे। यह जानकारी केजीएमयू एनस्थीसिया विभाग के डॉ. तन्मय तिवारी ने दी।
शनिवार को इंडियन सोसाइटी ऑफ एनस्थीसियोलॉजी की लखनऊ ईकाई की तरफ से वेबिनार हुआ। कोविड-19 थर्ड वेव अपडेट पर विशेषज्ञों ने विचार रखे। डॉ. तन्मय तिवारी ने कहा कि पहले अल्फा, फिर बीटा और कोरोना की दूसरी लहर में डेल्टा वायरस ने लोगों को जकड़ा। अब कोरोना का नया वैरिएंट ओमीक्रोन लोगों को बीमार कर रहा है। राहत की बात है कि ओमीक्रोन फेफड़ों को अधिक प्रभावित नहीं कर रहा है।
ऑक्सीजन की कम पड़ रही जरूरत
केजीएमयू एनस्थीसिया विभाग के अध्यक्ष डॉ. जीपी सिंह ने कहा कि अभी कोरोना के जो मरीज आ रहे हैं उन्हें ऑक्सीजन की कम जरूरत पड़ रही है। मरीज निमोनिया की चपेट में भी नहीं आ रहे हैं। यदि सभी लोग कोरोना नियमों का पालन करें तो काफी हद तक हम वायरस को हरा सकते हैं।
तेजी से फैलता है वायरस: लोहिया संस्थान के पूर्व निदेशक व एनस्थीसिया विभाग के अध्यक्ष डॉ. दीपक मालवीय ने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर देश-दुनिया में तमाम तरह के शोध हो रहे हैं। पहली व दूसरी वेव में संक्रमितों को दी गई ज्यादातर दवाएं असरकारक नहीं साबित हुई हैं। हां रेमडेसिविर इंजेक्शन गंभीर मरीजों के लिए फायदेमंद साबित हुआ है। शोध में पाया गया है कि गंभीर मरीजों को समय पर इंजेक्शन देकर उन्हें बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर घातक कम है।
टीकाकरण ने कोरोना से लड़ाई आसान की
पीजीआई एनस्थीसिया विभाग के डॉ. संदीप साहू ने कहा कि टीकाकरण ने कोरोना से लड़ाई आसान की है। शरीर में वायरस से लड़ने की ताकत को बरकरार रखने के लिए समय पर कोरोना से बचाव की वैक्सीन जरूर लगवाएं। कार्यक्रम में डॉ. एसपी अम्बेश, डॉ. अतुल गर्ग व डॉ. अमित रस्तोगी ने विचार रखें।