बाराबंकी: सत्ता में आते ही योगी सरकार ने प्रदेश के सभी शहरों में पुलिस-प्रशासन को सख्त आदेश दिए थे कि बेटियां सुरक्षित रहनी चाहिए। यहां तक की अलग से एंटी रोमियो स्क्वायड टीम भी बनाई गई थी। ताकि बेटियां सुरक्षित होकर घर से बाहर स्कूल-कॉलेज जा सके। लेकिन वर्तमान में यूपी के हालत कुछ ओर ही है। बेटियों का घर से निकलना दुश्वार है। इस बात का अंदाजा बाराबंकी में घटी घटना से लगा सकते हैं परिजनों का आरोप है कि खेत में धान काटने गई उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म किया गया उसके बाद उसकी निर्मम हत्या कर दी गई आरोप यहां तक की है कि उसके दोनों हाथ पर बांधने के बाद गला दबाकर हत्या की गई है।
पूरा मामला बाराबंकी के सतरिख थाना क्षेत्र के एक गांव का है जहां दलित बुधवार शाम मजदूरी करके घर लौटा तो उसकी अपनी बेटी जो करीब 17 वर्ष की थी जब घर में नहीं दिखाई दी तो उसने अपनी पत्नी से पूछा कि आखिर घर की बेटी कहां गई है किशोरी की मां ने अपने पति को जवाब देते हुए कहा कि वह खेतों में धान काटने गई थी लेकिन रात ज्यादा हो गई है अभी वापस नहीं आई है
जब किशोरी के पिता खेत पहुंचे तो तस्वीरें देख उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। उसके बाद किशोरी के पिता ने इसकी सूचना गांव वालों को दी। गांव वालों ने यह मंजर देखा तो हक्का-बक्का रह गए और गांव में सनसनी फैल गई जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया फिलहाल यह कहना उचित नहीं है कि किशोरी के साथ दुष्कर्म हुआ है या नहीं यह तो पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा। फिलहाल पुलिस सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए जांच पड़ताल कर रही है और जल्द से जल्द खुलासा करने की बात कह रही है।