दिल्ली : देश में कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में रूस की सिंगल डोज वाली वैक्सीन स्पूतनिक लाइट के तुरंत आने की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है। रूस की स्पूतनिक लाइट वैक्सीन को तीसरे चरण के ट्रायल की मंजूरी नहीं मिली। सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। भारतीय दवा नियामक संस्था ने डॉ. रेड्डीज लैब को भारत में स्पूतनिक लाइट के तीसरे चरण का परीक्षण करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। बता दें कि भारत में फिलहाल स्पूतनिक-वी वैक्सीन से टीकाकरण हो रहा है। माना जा रहा था कि अगर स्पूतनिक लाइट के ट्रायल को मंजूरी मिल जाती और फिर इसे आपात इस्तेमाल की भी अनुमति मिल जाती तो यह भारत में मिलने वाला पहला एकल खुराक वाला टीका बन जाता। हालांकि, किन आधारों पर इसके ट्रायल को मंजूरी नहीं दी गई है, इसकी जानकारी अभी नहीं मिल सकी है।
स्पूतनिक लाइट को लेकर रूस पहले ही इस टीके को मंजूरी दे चुका है और कई दूसरे देशों में इसका ट्रायल जारी है। मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि स्पूतनिक लाइट की एकल खुराक आने के साथ मौजूदा दो खुराक वाली स्पूतनिक-वी टीके की दूसरी खुराक में इस्तेमाल किया जाना वाला रिकॉम्बिनेंट एडिनोवायरस टाइप-5 (आरएडी-5) घटक के महत्व का मुद्दा भी गैर जरूरी हो जाता। सूत्रों ने कहा, सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेश(सीडीएससीओ) की कोविड-19 पर तैयार सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (सीईसी) ने आवेदन पर विचार-विमर्श किया। उसके बाद तीसरे चरण की मंजूरी देने से इनकार कर दिया।