जयति भारतम् के दिव्यांगों संग मनेगी स्मृति सभा
लखनऊ : वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी और गांधीवादी दर्शनशास्त्री डॉ.दरबारी लाल अस्थाना की पुण्यतिथि पर बुधवार 3 मार्च को जानकीपुरम स्थित दिव्यांगों की संस्था जयति भारतम् में स्मृति सभा होगी। सनातन रक्षादल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल की अगुआई में सुबह नौ बजे राष्ट्रभक्ति का संदेश दिया जाएगा।
वरिष्ठ रंगकर्मी और डॉ.दरबारी लाल के पुत्र पुनीत अस्थाना के अनुसार डॉ.दरबारी लाल का जन्म 24 जुलाई 1905 को आगरा में हुआ था। अंग्रेंज़ी हुकुमत के दौरान राजकीय कॉलेज आगरा के बहिष्कार से वह राष्ट्रसेवा के क्षेत्र में सक्रीय हुए। वृन्दावन के प्रेम महाविद्यालय में उन्होंने ग्रामोत्थान का कार्य किया और ब्रज के अनेक गांवों का दौरा कर आम लोगों में राष्ट्रीयता की भावना जगायी। शान्ति निकेतन में अध्ययन के दौरान गुरुदेव रविन्द्रनाथ टैगोर ने उन्हें एक कलम भी आशीर्वाद स्वरूप भेंट की थी। युसुफ मेहर अली द्वारा संचालित अखिल भारतीय युवक आन्दोलन के संचालन में भी वह सक्रीय रहे।
सिंधी समाज के आध्यात्मिक गुरु श्रीयुत टी.एल.वासवानी का भी उन्हें सानिध्य मिला। साल 1930 में वृंदावन के प्रेम महाविद्यालय के छात्रों साथ जब वह सत्याग्रह आन्दोलन कर रहे थे तब उन्हें 9सी-12 धारा के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। 4 अगस्त 1930 को उनको छह महीने का कठोर कारावास का दंड सुनाया गया। 11 अक्टूबर 1930 में उन्हें मथुरा जेल से सीतापुर जेल में ट्रांसफर कर दिया गया। डॉ.दरबारी लाल उत्तर प्रदेश कांग्रेंस कमेटी के सदस्य भी रहे। उन्होंने शक्ति आश्रम का संचालन भी किया। स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद उन्होंने देहरादून में रहकर मेडिकल प्रैक्टिस भी की।
1952-53 में वह देहरादून की नगर कांग्रेस कमेटी के प्रधानमंत्री रहे। इसके बाद वह लखनऊ आ गए और 1954 से उन्होंने उत्तर प्रदेश गांधी स्मारक निधि लखनऊ केन्द्र के संचालक के रूप में लम्बे समय तक कार्य किया। वह उत्तर प्रदेश हरिजन सेवक संघ की कार्यकारणी और संयुक्त सदाचार समिति कार्यकारिणी के भी सदस्य रहे। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उन्हें 15 अगस्त 1972 को ताम्रपत्र से सम्मानित किया था। 3 मार्च 1985 को 80 वर्ष की आयु में डॉ.दरबारी लाल का स्वर्गवास हो गया था।