शिया धर्म गुरू मौलाना कल्बे जवाद ने प्रेस कांफ्रेंस कर की मांग
लखनऊ : शिया धर्म गुरू मौलाना कल्बे जवाद ने उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि वसीम रिजवी ने वक्फ बोर्ड के चेयरमैन रहते हुए इलाहाबाद के ऐतिहासिक इमामबाड़े को ध्वस्त कराकर वहां एक कामर्शियल मार्केट बनवा दी। इस मामले में केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय, प्रधानमंत्री कार्यालय, अल्पसंख्यक आयोग और इलाहाबाद जिला प्रशासन ने अपनी जांच में वसीम रिजवी सहित तमाम अफसरों को दोषी ठहराया है। साथ ही इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की भी सिफारिश की थी
मौलाना ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने भी वसीम रिजवी के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है। लेकिन लेकिन वसीम रिजवी के खिलाफ कार्रवाई तो दूर उन्हें दोबारा वक्फ बोर्ड का चेयरमैन बनाने की तैयारी चल रही है यह सब प्रदेश के कुछ वरिष्ठ अफसरों के संरक्षण के चलते हो रहा है। धर्मगुरू ने कहा कि वसीम रिजवी ने प्रदेश की कई वक्फ संपत्तियों में धांधली की है। लेकिन अपने तमाम हथकंडों के चलते उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पा रही है
वसीम रिजवी की अफसरों के साथ सांठगाठ
मौलाना ने कहा कि इलाहाबाद के प्रयागराज में 200 साल पुराने इमामबाड़े गुलाम हैदर का नामो-निशान तक मिटा दिया गया है। यह सब तत्कालीन वक्फ बोर्ड चेयरमैन वसीम रिजवी के इशारे पर भू-माफिया ने किया। इमामबाड़े की जमीन पर चार मंजिला इमारत बनाई गई है। इमामबाड़े की जमीन पर अवैध निर्माण को लेकर कई लोगा पर कार्रवाई हो चुकी है
शासन से 153 ए की कार्रवाई करने की अनुमति मिलने के बाद भी वसीम रिजवी आजाद घूम रहे हैं। मौलाना कल्बे जवाद और अन्य ने कहा कि वसीम रिजवी की कई अधिकारियों से साठगांठ है, जिसकी वजह से वह कानून की गिरफ्त से दूर है। धर्मगुरू ने कहा कि हमारी मांग है कि वसीम रिजवी की तत्काल गिरफ्तारी कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए