ग्रामीणों ने लगाया आरोप, बड़े पैमाने पर किया जा रहा है भ्रष्टाचार।
रायबरेली : योगी सरकार ने गरीब जनता और असहाय लोगों को स्वच्छ भारत मिशन और सबका साथ सबका विकास की अवधारणा के साथ काम कर रही है। गांव में करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रही योगी सरकार, लेकिन ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी की मिलीभगत से करोड़ों रुपए का सरकार को चूना लगाया जा रहा है। जहां योगी सरकार का उद्देश्य यह है कि उत्तर प्रदेश में जो भी सुविधाएं चलाई जा रही हैं। वह अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों के चलते अंतिम व्यक्ति को लाभ नहीं मिल पा रहा है। वही ग्राम सभा में अनियमितता और भ्रष्टाचार के चलते करोड़ों रुपए भ्रष्ट अधिकारी पीकर बैठ गए हैं। हम बात करते हैं। ग्रामसभा मीरमीरानपुर तहसील डलमऊ से जहां के ग्रामीण ने जिला अधिकारी को दिए पत्र में आरोप लगाया है कि गांव में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है। लिखित रूप से दिए गए प्रार्थना पत्र में ग्राम प्रधान द्वारा कराए गए ग्राम विकास कार्यों की अनियमितता की जांच कराई जाय
वही ग्रामीण श्यामलाल ने ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी पर आरोप लगाया कि बड़े पैमाने पर दोनों की मिलीभगत से भ्रष्टाचार किया जा रहा है। जहां प्राथमिक विद्यालय ऑपरेशन कायाकल्प, स्ट्रीट लाइट, ह्यूमन पाइप , हैंड पम्प मे हुई जमकर धांधली की गई। श्यामलाल ने आरोप लगाया है की ग्राम सभा के विकास कार्यों में भारत सरकार द्वारा अवमुक्त धनराशि का दुरुपयोग करते हैं। जबकि जो विकास कार्य में धन खर्चा किया गया है। वह सही प्रयोग में नहीं है। अवैध तरीके से कराए गए कुछ कार्यों का विवरण व धनराशि उन्होंने अपने प्रार्थना पत्र के माध्यम से दिया है। ग्रामीण ने आरोप लगाया है कि कुल राशि लगभग 10 लाख का हेरफेर किया गया है।