लखनऊ : भारत की कम्युनिस्ट पार्टी उप्र राज्य सचिव मंडल ने प्रेस बयान जारी करते हुए डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस के दामों में बेलगाम, बेतहाशा वृद्धि का तीव्र विरोध करते हुए इसे वापस लेने की मांग की है।माकपा सचिव मण्डल ने कहा है कि केन्द्र सरकार द्वारा ऐसे समय में पेट्रोल,डीजल के दामों में भारी वृद्धि की गयी है जब तेल की अन्तर्राष्ट्रीय कीमतों में गिरावट हुई है।कहा पेट्रोल-डीजल के दामों में वर्तमान आसमानी उछाल का मुख्य कारण केन्द्र सरकार द्वारा की गयी एक्साइज ड्यूटी में 38 प्रतिशत की बेलगाम वृद्धि है। 2014 में मोदी सरकार के आने के बाद से अब तक डीजल-पेट्रोल पर लगभग 217 प्रतिशत टैक्स की वृद्धि की गयी है।
डीजल-पेट्रोल में की गयी यह वृद्धि महामारी एवं आर्थिक मंदी की दोहरी मार झेल रही जनता पर कपटपूर्ण हमला है। कहा कारपोरेट और अमीरों को दी गयी रियायतों का नतीजा है। बजट में पूंजीपतियों एवं अमीरों को टैक्स में पिछले वर्ष के मुकाबले 2.11 लाख करोड़ की रियायत दी गयी है जिसकी भरपाई डीजल-पेट्रोल के दामों की वृद्धि द्वारा जनता पर बोझ बढ़ाकर की जा रही है। इससे जनता की दुश्वारियां और बढ़ेगी।