
उत्तर प्रदेश: दीवाली के फेस्टिव सीजन के बीच लखनऊ समेत यूपी के तमाम जिलों में डेंगू के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। राज्य में डेंगू का आंकड़ा पिछले सालों के रिकॉर्ड तोड़कर 21 हजार की दहलीज पर पहुंच चुका हैं।
गंभीर मरीजों में डेंगू कई बॉडी ऑर्गन्स को डैमेज कर रहे हैं। बुखार आने के महज 5 दिन के भीतर वेंटिलेटर तक की नौबत आ जा रही हैं। गंभीर रोगियों में डेंगू ब्रेन के अलावा लंग्स, लिवर और किडनी को भी डैमेज कर रहा हैं। यही कारण कि एक्सपर्ट्स बेहद सावधान रहने की शिकायत कर रहे हैं।
24 घंटे में प्रदेश में 284 नए डेंगू के मरीज सामने आए हैं। इनमें सबसे ज्यादा लखनऊ और मेरठ में हैं। दोनों ही जगह 38 – 38 मरीज हैं। इसके अलावा कानपुर में 19 गाजियाबाद में 13, रामपुर में 11 और मुरादाबाद व वाराणसी में 10-10 मरीज हैं। डेंगू से सबसे ज्यादा बदतर हालात लखनऊ में हैं। यहां लगातार केस सामने आ रहे हैं। डेंगू संक्रमण से गंभीर मरीज जान भी गंवा रहे हैं। बीते गुरुवार को एक दिन में ही 3 डेंगू संक्रमितों के मौत की खबर आई थी। इसके बाद सोमवार को एक निजी अस्पताल में भर्ती रिटायर्ड IPS नेपाल सिंह रवि की मौत भी डेंगू के चलते हुई थी। हालांकि विभागीय अफसर अभी डेथ ऑडिट करने की बात ही कह रहे हैं।
6 नवंबर को लखनऊ में डेंगू से 1984 बैच के IAS अधिकारी नेपाल सिंह रवि की डेंगू से मौत हो गई थी। लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार स्थिति एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। इस बीच तेजी से उनकी तबियत बिगड़ती चली गई। डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट भी दिया पर सोमवार को उन्होंने दम तोड़ दिया।
इससे पहले पिछले गुरुवार को भी लखनऊ में डेंगू से 3 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें एक 6 साल का मासूम भी शामिल था। हालांकि इन मामलों पर स्वास्थ्य विभाग डेथ ऑडिट रिपोर्ट आने के बाद ही डेंगू से मौत की पुष्टि होने की बात कह रहा हैं।