लखनऊ : उत्तर प्रदेश में उन्नाव के असोहा थाना क्षेत्र के बबुरहा जंगल में जानवरों के लिए चारा लेने गई तीन किशोरियों में से 2 की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद बवाल शुरू हो गया है। मामले में स्थानीय लोगों के साथ कुछ संगठन के लोग धरने में बैठ गए हैं। स्थानीय विधायक अनिल सिंह लोगों को समझाने में जुटे हैं। उधर बबूरहा गांव को भी पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। इस बीच प्रदेश के डीजीपी एचसी अवस्थी ने घटना को लेकर सख्त रुख अपनाया है। डीजीपी ने पूरी घटना को लेकर एडीजी ज़ोन एसएन साबत और आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह से मामले की विस्तृत रिपोर्ट तलब कर ली है। इस बीच उन्नाव के जिला अस्पताल में 3 डॉक्टरों का पैनल दोनों शवों का पोस्टमॉर्टम कर रहा है। इस दौरान वीडियोग्राफी भी हो रही है। पीएम हाउस में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। इस बीच पीड़ित परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की है। परिवार में मृतक लड़कियों की भाभी ने News 18 से ख़ास बातचीत में कहा है कि उनके परिवार सुरक्षित नहीं है। सब कुछ साफ़ हो, इसके लिए सीबीआई जांच जरूरी है।
लड़कियों के बाबा को लेकर घटनास्थल पहुंची पुलिस
दूसरी तरफ उन्नाव पुलिस लड़कियों के बाबा को घटनास्थल पर लेकर पहुंची है। उनसे घटना की जानकारी ली जा रही है। बता दें एक ही परिवार की 3 लड़कियां सरसों के खेत में गंभीर हालत में पड़ी मिली थीं।
खेत में बंधी मिलीं लड़कियां
उन्नाव के असोहा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत पाठकपुर के मजरे बबुरहा में दोपहर बाद 3 बजे के करीब कोमल पुत्री संतोष पासी उम्र 16 वर्ष, काजल पुत्री सूरजपाल पासी उम्र लगभग 13 वर्ष, रोशनी पुत्री सूर्य बली उम्र लगभग 17 वर्ष बबुरहा नाला के पास खेत में पशुओं के लिए हरा चारा लेने गई थी। देर शाम तक घर नहीं लौटीं तो परिजन खोजने के लिए निकले। उन्हें तीनों लड़कियां खेत में कपड़े से बंधी मरणासन्न हालत में मिलीं। परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र असोहा ले गए, जहां पर डॉक्टरों ने कोमल व काजल को मृत घोषित कर दिया। वहीं रोशनी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उसकी हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने रोशनी को कानपुर के हैलट अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।